नई दिल्ली, 7 दिसम्बर। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव परिणाम के बाद दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने बुधवार की रात ट्विटर पर लिखा, ‘बीजेपी का खेल शुरु हो गया। हमारे नवनिर्वाचित पार्षदों के पास फोन आने शुरू हो गए। हमारा कोई पार्षद बिकेगा नहीं। हमने सभी पार्षदों से कह दिया है कि इनका फोन आए या ये मिलने आएं तो इनकी रिकॉर्डिंग कर लें।’
बीजेपी का खेल शुरू हो गया। हमारे नवनिर्वाचित पार्षदों के पास फ़ोन आने शुरू हो गये।
हमारा कोई पार्षद बिकेगा नहीं। हमने सभी पार्षदों से कह दिया है कि इनका फ़ोन आये या ये मिलने आयें तो इनकी रिकॉर्डिंग कर लें।
— Manish Sisodia (@msisodia) December 7, 2022
इससे पहले सिसोदिया ने दिल्ली एमसीडी में आम आदमी पार्टी पर भरोसा करने के लिए दिल्ली की जनता का आभार व्यक्त किया। उन्होंने भाजपा के लिए कहा, ‘दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे नेगेटिव पार्टी को हराकर दिल्ली की जनता ने कट्टर ईमानदार और काम करने वाले अरविंद केजरीवाल जी को दिया है। हमारे लिए यह सिर्फ जीत नहीं, बड़ी जिम्मेदारी है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘एमसीडी में 15 साल से राज कर रही दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी को आज ईमानदारी व काम ने हरा दिया। दिल्लीवासियो ने अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्व में हमें दिल्ली को साफ सुथरा और सुंदर बनाने की बड़ी जिम्मेदारी दी है। आइए, सब साथ मिलकर काम करें ताकि दिल्ली को देश का सबसे बेहतरीन शहर बन सके।’
सिसोदिया के विधानसभा क्षेत्र पटपड़गंज के 4 में से 3 वार्डों में भाजपा प्रत्याशी जीते
उल्लेखनीय है कि ‘आप’ ने एमसीडी चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज की है। हालांकि सिसोदिया के विधानसभा क्षेत्र पटपड़गंज में चार में से तीन वार्डों में भाजपा ने जीत दर्ज की है। पटपड़गंज वार्ड से भाजपा की रेणु चौधरी ने ‘आप’ उम्मीदवार के खिलाफ 403 मतों से जीत दर्ज की जबकि विनोद नगर वार्ड से भाजपा के रविंदर सिंह नेगी ने ‘आप’ के कुलदीप भंडारी को 2,311 मतों से हराया। मंडावली में भाजपा उम्मीदवार शशि चंदना ने ‘आप’ प्रत्याशी रीना तोमर को 186 मतों से हराया। ‘आप’ केवल एक सीट मयूर विहार फेज दो पर जीत हासिल करने में सफल रही, जहां उसके उम्मीदवार देवेंद्र कुमार विजयी रहे।
चुनाव परिणाम के अनुसार ‘आप’ ने एमसीडी के 250 वार्डों में 134 वार्डों में जीत दर्ज की है। बीते 15 सालों से सत्ता में काबिज भाजपा 104 सीटें जीतने में सफल रही जबकि कांग्रेस को केवल नौ सीटें मिली और अन्य के हिस्से में 3 सीटें आई हैं।