नई दिल्ली, 26 मार्च। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को विधानसभा में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 75,800 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। उन्होंने अपने बजट भाषण में कहा कि दिल्ली में पिछले सात वर्षों में 1.78 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मिला। उनमें 51,307 को सरकारी नौकरी मिली।
कोविड-19 शुरू होने के बाद दिल्ली में निजी क्षेत्र ने 10 लाख से अधिक नौकरियां पैदा कीं
मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह आम आदमी पार्टी (आप) सरकार का लगातार आठवां बजट है और यह ‘रोजगार बजट’ है। उन्होंने कहा, ‘मैं रोजगार सृजन और लोगों को कोविड-19 के प्रभाव से राहत देने का एजेंडा लेकर आया हूं। कोविड-19 महामारी के शुरू होने के बाद से दिल्ली में निजी क्षेत्र ने 10 लाख से अधिक नौकरियां पैदा की हैं।’
Hon'ble Finance Minister Shri @msisodia Presenting 'ROZGAR BUDGET' 2022-23 in Delhi Vidhansabha | LIVE https://t.co/phgNbKWEcz
— AAP (@AamAadmiParty) March 26, 2022
अगले 5 वर्षों में 20 लाख नौकरियां होंगी पैदा
सिसोदिया ने कहा, “हमें अगले पांच वर्षों में खुदरा क्षेत्र में तीन लाख नौकरियां और अगले एक वर्ष में 1.20 लाख से अधिक रोजगार के नए अवसर पैदा होने की उम्मीद है। ‘स्मार्ट शहरी खेती’ पहल के तहत महिलाओं के लिए 25,000 नौकरियां पैदा होंगी। ‘रोजगार बाजार’ के लिए 20 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं, इससे दिल्ली में 10 लाख विक्रेताओं को डाइरेक्ट लाभ होने की उम्मीद है। मैं प्रस्ताव में रखने जा रहा हूं, उससे दिल्ली में पांच वर्षों में कुल मिलाकर कम से कम 20 लाख नौकरियां पैदा होंगी।”
2022-23 के लिए बजट आवंटन 75,800 करोड़ रुपये
उप मुख्यमंत्री सिसोदिया ने बजट भाषण में कहा, ‘दिल्ली की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे कोविड-19 के प्रभाव से उबर रही है। 2022-23 के लिए बजट आवंटन 75,800 करोड़ रुपये है। वित्त वर्ष 2021-22 के लिए बजट आवंटन 69,000 करोड़ रुपये था। 2022-23 के लिए बजट आवंटन पिछले वर्ष की तुलना में 9.86 प्रतिशत अधिक है।’ उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत से 2.7 प्रतिशत अधिक है।