टोक्यो, 4 सितम्बर। भारतीय पैरा एथलीटों का यहां टोक्यो पैरालंपिक खेलों में अपना पदक बटोरो अभियान जारी रखा है। इस क्रम में शनिवार की शुरुआत निशानेबाजी में दो पदकों के साथ हुई, जब मनीष नरवाल ने स्वर्ण पदक पर निशाना साधा तो उनके पीछे रहे सिंहराज अधाना ने रजत पदक पर अधिकार किया।
दिलचस्प यह है कि मनीष व सिंहराज एक ही शहर फरीदाबाद के रहने वाले हैं। क्वालिफिकेशन में सिंहराज 536 अंकों के साथ चौथे स्थान पर थे जबकि मनीष नरवाल (533) सातवें नंबर पर रहे थे। इस वर्ग में निशानेबाज एक ही हाथ से पिस्टल पकड़ते हैं क्योंकि उनके एक हाथ या पैर में विकार होता है, जो रीढ़ में चोट या अंग कटने की वजह से होता है। कुछ निशानेबाज खड़े होकर तो कुछ बैठकर निशाना लगाते हैं।
अवनि के बाद सिंहराज ने भी जीता अपना दूसरा पदक
वैसे 39 वर्षीय सिंहराज का इस पैरालंपिक में यह दूसरा पदक है। इससे पहले उन्हें 10m एयर पिस्टल SH1 में कांस्य पदक जीता था। अवनि लखेरा के पास भी दो पदक हैं। उन्होंने स्वर्ण के अलावा कांस्य भी जीता है। कुल मिलाकर निशानेबाजी में भारतीय शूटर अब तक पांच पदक जीत चुके हैं, जिनमें दो स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य शामिल हैं।
भारत के खाते में 3 स्वर्ण सहित 15 पदक आ चुके हैं
इसके साथ ही पैरालंपिक के मौजूदा संस्करण में भरतीय पदकों की संख्या 15 तक जा पहुंची हैं, जिनमें तीन स्वर्ण,सात रजत और पांच कांस्य पदक शामिल हैं। मनीष के पहले अवनि लेखरा (10m एयर राइफल SH1) और सुमित अंतिल (भाला प्रक्षेप F64) स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने दी बधाई
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनीष और सिंहराज को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट किया – ‘टोक्यो पैरालंपिक में गौरवपूर्ण प्रदर्शन जारी है। युवा और बेहद प्रतिभावान मनीष नरवाल की शानदार उपलब्धि। उनका स्वर्ण पदक जीतना भारतीय खेलों के लिए एक विशेष क्षण है। उन्हें बधाई, आने वाले समय के लिए शुभकामनाएं।’
पीएम मोदी ने दूसरे ट्वीट में कहा, ‘उत्कृष्ट सिंहराज अधाना का फिर कमाल! उन्होंने इस बार मिक्स्ड 50 मीटर पिस्टल एसएच1 इवेंट में पदक जीता। उनके इस कारनामे से भारत खुश है। उन्हें बधाई, भविष्य के प्रयासों के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं।’