इंफाल, 24 जुलाई। मणिपुर पुलिस ने दो महिलाओं के यौन उत्पीड़न संबंधी वीडियो वायरल होने के मामले में 14 और लोगों की पहचान की है और उन्हें गिरफ्तार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस चार मई को कांगपोकपी जिले में हुई इस घटना के वायरल हुए वीडियो के संबंध में छह लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
पुलिस ने बताया कि उसने 14 अन्य लोगों की पहचान की है और उन्हें गिरफ्तार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इन दोनों महिलाओं का कथित रूप से यौन उत्पीड़न किया गया था और घटना का 26 सेकंड का वीडियो 19 जुलाई को सामने आया था। वीडियो में नजर आ रही महिलाओं में से एक महिला असम रेजीमेंट में सूबेदार के तौर पर सेवाएं दे चुके और करगिल युद्ध लड़ चुके सेना के एक पूर्व जवान की पत्नी है।
इस घटना के संबंध में कांगपोकपी जिले के सैकुल पुलिस थाने में 21 जून को शिकायत दर्ज कराई गई थी। मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में तीन मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
मणिपुर की आबादी में मेइती समुदाय के लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं, जबकि नगा और कुकी जैसे आदिवासियों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे पहाड़ी जिलों में रहते हैं।