कोलकाता, 11 मई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस (TNC) अध्यक्ष ममता बनर्जी ने राजभवन की एक महिला कर्मचारी से कथित छेड़खानी के मामले में राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस पर शनिवार को करारा हमला करते हुए कहा कि जब तक बोस पद पर बने रहेंगे, तक तक वह राजभवन नहीं जाएंगी।
सीएम ने चुनावी रैली में राज्यपाल से इस्तीफे की भी मांग की
हुगली के सप्तग्राम में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए ममता ने राज्यपाल से इस्तीफे की भी मांग की। उन्होंने कहा, ‘यदि राज्यपाल मुझे राजभवन बुलाते हैं तो मैं कतई नहीं जाऊंगी क्योंकि अब उनके पास बैठने में डर लगता है। सड़क पर बुलाने पर चली जाऊंगी, पर बोस के रहते राजभवन नहीं जाऊंगी।’
‘ऐसा पेन ड्राइव मिला है, जिसमें राज्यपाल का पूरा कुकृत्य है‘
मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि राजभवन का एक ऐसा पेन ड्राइव उनके हाथ लगा है, जिसमें राज्यपाल का पूरा कुकृत्य है। ममता ने कहा कि उन्होंने दो मई को कथित घटना के दिन की पूरी फुटेज देखी है और इसकी सामग्री चौंकाने वाली है। ऐसे राज्यपाल को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।
‘श्रीमान राज्यपाल, आपकी दादागिरी अब और नहीं चलने वाली‘
ममता ने राजभवन द्वारा आम लोगों को दिखाए गए दो मई के सीसीटीवी फुटेज को लेकर भी निशाना साधते हुए कहा कि एडिट करके कुछ वीडियो दिखाए गए हैं। जो एडिट किया गया है, वह वीडियो भी मेरे पास है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘राज्यपाल कहते हैं कि दीदीगिरी (अत्याचार) बर्दाश्त नहीं की जाएगी…लेकिन मैं कहती हूं श्रीमान राज्यपाल, आपकी दादागिरी अब और नहीं चलने वाली है।’
गौरतलब है कि राजभवन की एक अस्थाई महिला कर्मचारी ने गत दो मई को कोलकाता के हेयर स्ट्रीट थाने में दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया था कि राज्यपाल ने उसके साथ छेड़खानी की कोशिश की। छेड़खानी का आरोप लगने के बाद राज्यपाल ने बीते गुरुवार को राजभवन में करीब 100 आम लोगों को राजभवन परिसर से जुड़े दो मई के करीब एक घंटा 19 मिनट के सीसीटीवी फुटेज दिखाए थे। हालांकि, ममता व पुलिस को यह देखने की अनुमति नहीं थी।
तृणमूल इस फुटेज को नाटक बता रही है। दूसरी तरफ, राज्यपाल महिला के आरोपों को खारिज करते हुए इसे चुनाव में लाभ लेने के लिए राजनीतिक साजिश बता रहे हैं। उन्होंने कहा था कि सत्य की जीत होगी।