कोलकाता, 23 सितम्बर। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तगड़ा प्रहार करते हुए कहा है कि राज्य में बीते विधानसभा चुनाव यदि निष्पक्ष तरीके से कराए जाते तो भाजपा को 30 सीटें भी न मिल पातीं। राज्य की भवानीपुर विधानसभा सीट पर 30 सितम्बर को होने वाले उपचुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की उम्मीदवार ममता ने गुरुवार को चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी पर यह हमला किया।
‘मैं भवानीपुरवासियों की आभारी हूं, जिन्होंने मेरी मदद की’
ममता ने अपनी परंपरागत सीट भवानीपुर की जनता को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि भवानीपुर एक मिनी इंडिया है, जहां पर सभी जाति और धर्म के लोग एक साथ रहते हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं भवानीपुरवासियों की आभारी हूं, जिन्होंने मेरी मदद की।’
उन्होंने कहा, ‘बी से भवानीपुर होता है और बी से ही भारत माता भी होता है। मैंने दक्षिणी कोलकाता की इस सीट से छह बार चुनाव लड़ा है और आपने हर बार मुझे आशीर्वाद भी दिया। 2021 वर्ष 2011 की पुनरावृत्ति है, जब मैंने उप चुनाव लड़ा था।’
बीजेपी पर हमला बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा, ‘अगर बंगाल चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से होते तो बीजेपी 30 सीटें भी पार नहीं कर पाती। दिल्ली के सभी नेता दैनिक यात्रियों की तरह कोलकाता आए थे।’
‘कई बार मुझे मारने की कोशिश की गई’
ममता ने दावा किया कि कई बार उन्हें मारने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा, ‘मैंने 30 वर्षों तक सीपीएम से लड़ाई लड़ी। बीजेपी ने साजिश रचने की भी कोशिश की, लेकिन हम जीत गए। मैंने 221 सीटें जीतने के बारे में सोचा था, लेकिन हमें 213 सीटें मिली हैं। अब कुछ हमारे साथ जुड़ गए हैं और अब लगभग 221 हो गई हैं।’
नंदीग्राम में भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु से हार गई थीं ममता
गौरतलब है कि बीते विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी ने भवानीपुर छोड़कर नंदीग्राम सीट से लड़ने का फैसला किया था, जहां उन्होंने अपने पुराने सहयोगी और भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा था। चूंकि वह राज्य की मुख्यमंत्री हैं, लिहाजा इस पद पर बने रहने के लिए उन्हें छह माह के भीतर राज्य विधानसभा की सदस्यता हासिल करनी होगी। इसी वजह से उन्हें उप चुनाव में उतरना पड़ा है।
ममता की मुख्य प्रतिस्पर्धी भाजपा उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल
ममता की मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल हैं, जिन्हें बीते चुनाव में इताली सीट से टीएमसी उम्मीदवार के हाथों मात खानी पड़ी थी। वाम मोर्चा ने माकपा नेता श्रीजीब विश्वास को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस ने ममता के खिलाफ अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है। साथ ही कांग्रेस पार्टी ममता के खिलाफ प्रचार भी नहीं कर रही है।