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ममता का पीएम मोदी पर पलटवार – उन्हें हिंसा और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर बोलने का नैतिक अधिकार नहीं

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कोलकाता, 12 अगस्त। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें हिंसा और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर बोलने का नैतिक अधिकार नहीं है। तृणमूल कांग्रेस (टीएपसी) प्रमुख की यह टिप्पणी हाल के पंचायत चुनावों में ‘रक्तपात’ को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ दल पर पीएम मोदी के हमले के बाद आई है।

भाजपा द्वारा आज ही दिन में आयोजित पूर्वी क्षेत्रीय पंचायती राज कार्यशाला में पीएम के वर्चुअल संबोधन के बाद जारी एक वीडियो संदेश में ममता बनर्जी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव हिंसा के बारे में बात की है। यह वास्तव में भाजपा की राज्य इकाई द्वारा योजनाबद्ध और प्रचारित किया गया था। ग्रामीण निकाय चुनावों के दौरान भाजपा समर्थित गुंडों ने लगभग 17 लोगों की हत्या कर दी थी। प्रधानमंत्री को ऐसी बातें कहने से पहले राजनीतिक शिष्टाचार सीखना चाहिए।’

ममता बनर्जी ने न सिर्फ पीएम मोदी पर हमला बोला वरन केंद्र सरकार पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप भी लगाए और पीएम केयर फंड, राफेल डील, नोटबंदी जैसे मुद्दों से घिरे होने का भी दावा किया। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार हिंसा प्रभावित मणिपुर में अत्याचार में शामिल लोगों के खिलाफ कोई भी खास काररवाई नहीं कर रही है।

‘आप खुद पीएम केयर फंड, राफेल डील और नोटबंदी जैसे मुद्दों पर घिरे हुए हैं

पश्चिम बंगाल की सीएम ने अपने अंदाज में पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा, ‘वह (PM मोदी) बिना किसी सबूत के बोल रहे हैं। वह चाहते हैं कि आम लोगों को और भी परेशानी हो। आप भ्रष्टाचार के मुद्दे नहीं उठा सकते क्योंकि आप PM केयर्स फंड, राफेल डील और नोटबंदी जैसे मुद्दों से घिरे हुए हैं। आप लोगों को कभी-कभी मूर्ख बना सकते हैं, लेकिन हर समय नहीं। आप अपने ही लोगों के खिलाफ कभी कोई काररवाई नहीं करते, जो महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, पहलवानों पर अत्याचार, मणिपुर में अत्याचार के मामलों में शामिल हैं। राज्य में 16-17 से अधिक लोग मारे गए।’

पंचायती राज कार्यशाला में पीएम मोदी ने लगाए थे गंभीर आरोप

गौरतलब है कि दिन में पीएम मोदी ने पूर्वी क्षेत्रीय पंचायती राज कार्यशाला को वर्चुअली संबोधन के दौरान टीएमसी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था, ‘पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में टीएमसी ने कैसा खूनी खेल खेला। ये देश ने देखा है। वे यह सुनिश्चित करने के लिए कुछ भी करते हैं कि कोई भी भाजपा उम्मीदवार नामांकन दाखिल न कर सके। वे न केवल भाजपा कार्यकर्ताओं को बल्कि मतदाताओं को भी धमकाते हैं। बूथ कैप्चरिंग के लिए ठेके दिए जाते हैं। यह राज्य में राजनीति करने का उनका अपना तरीका है।’

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