बालासोर, 3 जून। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की मौजूदगी में ओडिशा ट्रेन हादसे पर बड़ा सवाल उठाया। उन्होंने कहा, ‘जहां तक मेरी जानकारी है, उसके मुताबिक ट्रेन में कोई टक्कर-रोधी उपकरण नहीं था। अगर डिवाइस ट्रेन में होता तो यह हादसा नहीं होती।’
बालासोर में शुक्रवार को हुए भयावह रेल हादसे के बाद सीएम ममता शनिवार को दिन में दुर्घटनास्थल पर पहुंची थीं। उन्होंने कहा, ‘कोरोमंडल सबसे अच्छी एक्सप्रेस ट्रेनों में से एक है। मैं तीन बार रेल मंत्री रही। मैंने जो देखा, यह 21वीं शताब्दी की सबसे बड़ी रेल दुर्घटना है।’
दुर्घटना की जांच रेलवे के सुरक्षा आयोग से कराने की मांग
टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने दुर्घटना की जांच रेलवे के सुरक्षा आयोग से कराने की मांग की। उन्होंने कहा, ‘ऐसे मामले रेलवे के सुरक्षा आयोग को सौंपे जाते हैं और वे जांच करते हैं और एक रिपोर्ट देते हैं।’ साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मृतकों को तो वापस नहीं लाया जा सकता, लेकिन अब हमारा काम बचाव अभियान और सामान्य स्थिति बहाल करना है।’
हादसे में मृत बंगाल के लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपये की सहायता
ममता ने कहा, ‘यह अब तक का सबसे बड़ा रेल हादसा है। ऐसा ही हादसा 1981 में भी हुआ था। हमारे राज्य के जिन लोगों की इस हादसे में मृत्यु हो गई, उनके परिजनों को हम 5-5 लाख रुपये देंगे। हम राहत और बचाव कार्य में राज्य सरकार और रेलवे का पूरा सहयोग करेंगे।’