कोलकाता, 15 मई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की रणनीति का खुलासा किया है और कांग्रेस के सामने सशर्त प्रस्ताव रखा है। उनका कहना है कि कांग्रेस को उन जगहों पर टीएमसी समर्थन करेगी, जहां भी वह मजबूत होगी। लेकिन यदि कांग्रेस को समर्थन चाहिए तो उसे भी टीएमसी के प्रति यही रवैया अपनाना होगा।
‘कर्नाटक में कांग्रेस को समर्थन, लेकिन उसे बंगाल में मेरे खिलाफ नहीं लड़ना चाहिए‘
टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने प्रस्ताव दिया कि भारत में विपक्षी दलों को एकजुट होना चाहिए और उस पार्टी का समर्थन करना चाहिए, जो अपने संबंधित राज्य में मजबूत हों। सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर ने कहा कि मजबूत क्षेत्रीय दलों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए।
ममता ने कहा, ‘जहां भी कोई क्षेत्रीय राजनीतिक दल मजबूत होता है वहां भाजपा नहीं लड़ सकती। जो दल किसी क्षेत्र विशेष में मजबूत हैं, उन्हें मिलकर लड़ना चाहिए। मैं कर्नाटक में कांग्रेस का समर्थन कर रही हूं, लेकिन उसे बंगाल में मेरे खिलाफ नहीं लड़ना चाहिए।’ ममता का यह प्रस्ताव कर्नाटक में अपने दम पर 135 सीटों पर जीत हासिल करने और दक्षिण भारत से भाजपा की विदाई के कुछ दिनों बाद आया है।
उल्लेखनीय है कि टीएमसी और कांग्रेस बंगाल में राज्य स्तर पर आमने-सामने हैं, हालांकि ममता के सोनिया गांधी के साथ अच्छे संबंध हैं। दिलचस्प यह है कि गत मार्च में ममता ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के साथ बैठक की और दोनों नेता 2024 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस और भाजपा से दूरी बनाए रखने पर सहमत हुए थे।
टीएमसी नेता और लोकसभा सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि पार्टी अपने रास्ते पर चलेगी और इस बात पर जोर दिया था कि कांग्रेस को यह नहीं मानना चाहिए कि वह विपक्ष का ‘बिग बॉस’ है।