कोलकाता, 23 जनवरी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से अपील की है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया जाए।
केंद्र ने 23 जनवरी को घोषित कर रका है पराक्रम दिवस
ममता की यह अपील एक बार फिर ऐसे समय में सामने आई है, जब केंद्र सरकार ने नेताजी की जयंती को शामिल करने के लिए गणतंत्र दिवस का जश्न अब 23 जनवरी से ही मनाना शुरू करने का फैसला किया है। केंद्र ने इसे पराक्रम दिवस घोषित किया है।
ममता बनर्जी ने एक ट्वीट में कहा, ‘हम फिर से केंद्र सरकार से अपील करते हैं कि नेताजी के जन्मदिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया जाए ताकि पूरा देश राष्ट्रीय नेता को श्रद्धांजलि दे सके और देशनायक दिवस को सबसे उपयुक्त तरीके से मनाया जा सके।’
This year a tableau will be displayed on the Republic Day Parade on ‘Netaji’ and will also feature other eminent freedom fighters from Bengal to commemorate the 75th year of Independence of our country. (6/7)
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) January 23, 2022
नेताजी को श्रद्धांजलि देते हुए बनर्जी ने कहा कि वह देशभक्ति, साहस, नेतृत्व, एकता और भाईचारे के प्रतीक हैं। नेताजी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा रहे हैं और रहेंगे।
गौरतलब है कि इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर पश्चिम बंगाल नेताजी पर एक झांकी प्रदर्शित करेगा, जिसमें भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में राज्य के अन्य प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों को भी शामिल किया जाएगा।
हालांकि, पश्चिम बंगाल के साथ ही तमिलनाडु, केरल और ओडिशा की झांकी को राष्ट्रीय राजधानी की परम्परागत गणतंत्र दिवस परेड में शामिल नहीं किया गया है, जिसका इन राज्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर विरोध जताया है।