नई दिल्ली, 23 जनवरी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का एक विवादित भाषण सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसके कारण वह विवाद में फंसती नजर आ रही हैं। दरअसल, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख पर 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन साम्प्रदायिक भाषण देने का आरोप है।
अमित मालवीय ने बंगाल की सीएम पर तुष्टिकरण की राजनीति का लगाया आरोप
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ममता का एक वीडियो शेयर करके उनपर तुष्टिकरण का आरोप लगाया है और उन्हें पश्चिम बंगाल की शांति व विकास के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया है। वीडियो शेयर करते हुए अमित मालवीय ने लिखा, “22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दिन, ममता बनर्जी ने हिन्दू भावनाओं की घोर उपेक्षा करते हुए, ‘सर्व धर्म समभाव’ रैली आयोजित की और अपनी नग्न सांप्रदायिकता को उजागर किया। ‘काफिर’ का मजाक उड़ाया और धमकी दी।”
On 22nd Jan, the day of Pran Pratistha at the Ram Mandir in Ayodhya, Mamata Banerjee, in brazen disregard of Hindu sentiments, held a ‘Sarv Dharm Sambhav’ rally and unleashed her naked communalism, making the ‘kafir’ jibe and threatening in the name of Allah, those who help the… pic.twitter.com/IVDsOCuuyB
— Amit Malviya (@amitmalviya) January 23, 2024
पश्चिम बंगाल की शांति और विकास के लिए ममता बनर्जी सबसे बड़ा खतरा
अमित मालवीय ने लिखा, ‘ममता बनर्जी अपनी तुष्टिकरण की राजनीति से पश्चिम बंगाल की शांति और विकास के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं। उन्हें एहसास है कि मुसलमानों का उनसे मोहभंग हो गया है, जो हाल के चुनावों में लगातार हार से स्पष्ट है। इसलिए वह घबरा रही हैं और माहौल खराब कर रही हैं। उनके लिए इससे भी बदतर बात यह हुई कि अधिकतर हिन्दुओं ने उनकी फर्जी राजनीतिक रैली को नजरअंदाज कर दिया और इसके बजाय कई राम शोभा यात्राओं में भाग लिया, मंदिरों का दौरा किया और प्रार्थना की। यदि बंगाल को बचाना है तो ममता बनर्जी से छुटकारा पाना होगा।’
अमित मालवीय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दो वीडियो शेयर किए हैं। इनमें एक में ममता को यह कहते सुना जा सकता है कि एक बात याद रखना, बीजेपी को मदद मत करना, बीजेपी को अगर तुम लोग मदद करोगे कोई तो अल्लाह की कसम, आप लोगों को कोई माफ नहीं करेगा। हम तो माफ नहीं करेंगे। दूसरे वीडियो मे ममता को कहते सुना जा सकता है कि जो ‘काफिर’ हैं, वो डरते हैं और जो लड़ते हैं, वो जीतते हैं।
इस वीडियो पर लोगों की प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘इन सब के हिन्दू विरोधी चेहरों से अब पर्दे उठ रहे है, इनकी भाषा पर गौर कीजिए। अबकी बार वोट की चोट सही जगह लगनी चाहिए।’ एक अन्य ने लिखा, ‘क्या अब सुप्रीम कोर्ट स्वयं संज्ञान लेगा या आप लोग भारत मे लोकतंत्र कायम करने के लिए बर्खास्त करेंगे?’