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ममता बनर्जी का कांग्रेस पर हमला – ‘दम है तो भाजपा को वाराणसी में हराकर दिखाओ’

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कोलकाता, 2 फरवरी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर जमकर हमला बोला उसे हिन्दी भाषी राज्यों में भाजपा से मुकाबला करने की चुनौती दे डाली। यही नहीं वरन TMC प्रमुख यहां तक संदेह जाहिर कर दिया कि क्या सबसे पुरानी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में 40 सीटें भी हासिल कर पाएगी? साथ ही उन्होंने यह चुनौती दे दी कि कांग्रेस में दम है तो वो वाराणसी में जाकर भाजपा को हराकर दिखाए।

ममता ने बंगाल में टीएमसी और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर चल रही तनातनी के बीच ऐसी तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा, ‘मैंने कांग्रेस से कहा कि बंगाल में दो सीटें ले लो, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। जाओ, यूपी के प्रयागराज और बनारस में भाजपा को हराकर आओ।’

राहुल का नाम लिए बिना भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का मजाक उड़ाया

ममता ने कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की भी आलोचना की, जो राज्य के छह जिलों से होकर गुजरी। उन्होंने इसकी तुलना राज्य में आए ‘प्रवासी पक्षियों’ के लिए ‘महज फोटो खींचने के अवसर’ से की। उन्होंने आगे राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोग राज्य में सिर्फ फोटो खिंचाने आते हैं।

‘संदेह है कि कांग्रेस 300 सीटों पर चुनाव लड़कर 40 सीटें भी जीत पाएगी

तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने कहा, ‘मैंने प्रस्ताव दिया कि कांग्रेस 300 सीट पर चुनाव लड़े (देशभर में जहां भाजपा मुख्य विपक्ष है), लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान देने से इनकार कर दिया। अब, वे मुस्लिम मतदाताओं को अपने पाले में करने के लिए राज्य में आए हैं। मुझे संदेह है कि यदि वे 300 सीट पर चुनाव लड़ते हैं, तो क्या वे 40 सीट भी जीत पाएंगे।’

‘हम गठबंधन के लिए तैयार थे, लेकिन कांग्रेस ने अस्वीकार कर दिया

केंद्र से राज्य के बकाया भुगतान की मांग को लेकर कोलकाता में एक धरने के दौरान बनर्जी ने दोहराया कि उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की इच्छुक थी, लेकिन उसने उनके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘हम गठबंधन के लिए तैयार थे, उन्हें दो सीटों की पेशकश की थी, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया। अब उन्हें सभी 42 सीट पर अकेले चुनाव लड़ने दें। तब से, हमारे बीच कोई बातचीत नहीं हुई है।’ राज्य में सीट-बंटवारे पर गतिरोध के बाद टीएमसी के साथ सामंजस्य बैठाने की कांग्रेस की कोशिशों के बावजूद बनर्जी, जिन्होंने पहले अपनी पार्टी के अकेले चुनाव लड़ने के इरादे की घोषणा की थी, सीट आवंटित करने से इनकार करने पर कायम रहीं।

मणिपुर जल रहा था, तब कांग्रेस कहां थी?

सूत्रों के अनुसार उत्तरी बंगाल के छह जिलों – विशेष रूप से उत्तर दिनाजपुर, मालदा और मुर्शिदाबाद से, जो महत्वपूर्ण अल्पसंख्यक आबादी और पारंपरिक रूप से कांग्रेस के समर्थन के लिए जाने जाते हैं, कांग्रेस की यात्रा ने बनर्जी के रुख को जन्म दिया। बनर्जी ने कांग्रेस को उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने की चुनौती देते हुए कहा, ‘अगर आपमें हिम्मत है तो यूपी, बनारस, राजस्थान, मध्य प्रदेश में भाजपा को हराएं। जब मणिपुर जल रहा था तो आप (कांग्रेस) कहां थे? हमने एक टीम भेजी थी।’

फोटो खिंचवाने के लिए महज तमाशा

कांग्रेस की यात्रा और ‘प्रवासी पक्षियों’ के बीच तुलना करते हुए बनर्जी ने इस कार्यक्रम को ‘फोटो खिंचवाने के लिए महज तमाशा’ करार दिया और कहा कि इसमें वास्तविक इरादे की कमी है। बंगाल से गुजरने वाली यात्रा के बारे में बनर्जी ने कहा कि कांग्रेस ने उन्हें इसके बारे में सूचित नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘I.N.D.I.A. गठबंधन का सहयोगी होने के बावजूद उन्होंने मुझे सूचित नहीं किया। मुझे प्रशासनिक स्रोतों के माध्यम से पता चला। उन्होंने डेरेक ओ’ब्रायन को फोन करके अनुरोध किया था कि रैली को अनुमति दी जाए। फिर बंगाल क्यों आए?’