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कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर स्थिति स्पष्ट – मल्लिकार्जुन खड़गे, शशि थरूर और केएन त्रिपाठी ने दाखिल किया नामांकन

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नई दिल्ली, 30 सितम्बर। कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर स्थिति अब स्पष्ट होती नजर आ रही है। इस क्रम में नामांकन दाखिले के अंतिम दिन शुक्रवार को सीनियर नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, सांसद शशि थरूर और झारखंड कांग्रेस के नेता के.एन. त्रिपाठी ने नामांकन दाखिल किया। ऐसे में कांग्रेस के सर्वोच्च पद के लिए त्रिकोणीय मुकाबले के आसार नजर आ रहे हैं।

नामांकन के बाद थरूर बोले – ‘खड़गे साहब का बहुत सम्मान करता हूं

शशि थरूर ने आज दोपहर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के मुख्यालय पहुंचकर अपना पर्चा दाखिल किया। इसके बाद उन्होंने कहा, ‘खड़गे साहब का बहुत सम्मान करता हूं। अगर कई लोग नामांकन दाखिल करेंगे तो अच्छी बात है और लोगों को भी विकल्प मिलेगा। मैंने किसी को नीचा दिखाने के लिए ऐसा नहीं किया है। हमें एक साथ काम करने की जरूरत है। मुझे लगता है कि वह हमारी पार्टी के भीष्म पितामह हैं।’

खड़गे के प्रस्तावकों में गहलोत व दिग्विजय सहित कई नेता शामिल

वरिष्ठ कांग्रेस नेता व राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की उम्मीदवारी के प्रस्तावकों में पार्टी नेता अशोक गहलोत, दिग्विजय सिंह, प्रमोद तिवारी, पी.एल. पुनिया, ए.के. एंटनी, पवन कुमार बंसल और मुकुल वासनिक शामिल रहे। कांग्रेस में बदलाव की वकालत करने वाले जी-23 समूह के नेता आनंद शर्मा और मनीष तिवारी भी खड़गे के नामांकन के प्रस्तावकों में शामिल थे। तिवारी ने कहा कि खड़गे पार्टी के सबसे अनुभवी नेताओं में शामिल हैं और दलित भी हैं।

केएन त्रिपाठी ने अचानक रेस में आकर सबको चौंकाया

वहीं झारखंड कांग्रेस के नेता के.एन. त्रिपाठी ने भी सबको चौंकाते हुए पर्चा भर दिया। नॉमिनेशन के बाद उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं के फैसले का सम्मान किया जाएगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए वह कितने गंभीर हैं और क्या पार्टी आलाकमान से इस संबंध में कोई बातचीत हुई है, यह पूछे जाने पर त्रिपाठी ने कहा कि कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र है। आंतरिक लोकतंत्र का यह तकाजा है कि एक किसान का बेटा अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकता है। भाजपा में ऐसा संभव नहीं है।

दिग्विजय सिंह एन वक्त पर चुनाव से पीछे हटे

इसके पूर्व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह आज अचानक चुनाव से पीछे हट गए। उन्होंने कहा कि वह पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे, बल्कि अपने सहयोगी मल्लिकार्जुन खड़गे के नामांकन में प्रस्तावक बनेंगे। सिंह ने कहा कि उन्होंने पूरी जिंदगी कांग्रेस के लिए काम किया है और आगे भी करते रहेंगे।

मालूम हो कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की थी। इसके बाद सिंह ने चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर करते हुए नामांकन पत्र के 10 ‘सेट’ लिए थे। कांग्रेस के ‘एक व्यक्ति, एक पद’ नियम के तहत गहलोत से चुनाव लड़ने के लिए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने को कहा गया था।

अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 17 अक्टूबर को मतदान

अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के नई दिल्ली स्थित मुख्यालय के प्रांगण में एक तंबू लगाया गया है, जहां पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे के बीच नामांकन दाखिले का समय निर्धारित किया गया था। यदि आवश्यकता पड़ी तो कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए मतदान 17 अक्टूबर को होगा और इसके परिणाम 19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।