लखनऊ, 22 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कृष्ण ने भ्रष्टाचार के मामलों पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए तीन जिलों – चित्रकूट, बांदा और कौशाम्बी के कुल 11 रिश्वतखोर पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
निलंबित पुलिसकर्मियों में चित्रकूट के तीन थाना प्रभारी, एक दरोगा और तीन आरक्षी हैं। बांदा के एक थाना प्रभारी और एक आरक्षी को निलंबित किया गया है। वहीं कौशाम्बी में एक दरोगा व एक आरक्षी के खिलाफ एक्शन लिया गया है।
पुलिस महानिदेशक द्वारा भ्रष्टाचार के मामले में त्वरित एवं सख्त कार्यवाही
सोशल मीडिया पर कुछ जनपदों के पुलिसकर्मियों द्वारा वाहन चालकों से रिश्वत लेने से संबंधित एक वीडियो प्राप्त होने पर पुलिस महानिदेशक उ0प्र0 द्वारा तत्काल सम्बंधित पुलिसकर्मियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के…
— UP POLICE (@Uppolice) October 22, 2025
रिश्वत लेते वायरल हुआ था वीडियो
इन पुलिसकर्मियों का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हुआ था। मामला संज्ञान में आते ही डीजीपी ने तत्काल जांच के निर्देश दिए थे। जांच में दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी काररवाई की गई।
डीजीपी का सख्त संदेश – भ्रष्टाचार व अनुशासनहीनता कदापि बर्दाश्त नहीं
डीजीपी ने सभी पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट संदेश दिया है कि भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में तुरंत जांच कर सख्त काररवाई की जाएगी ताकि पुलिस विभाग की छवि पर कोई आंच न आए।
पुलिस मुख्यालय से जारी बयान में यह भी कहा गया है कि आम जनता से सहयोग लेकर ऐसे मामलों में पारदर्शिता बढ़ाई जाएगी। डीजीपी ने प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे कानून व्यवस्था और जनता की सेवा में पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ कार्य करें।

