नई दिल्ली, 16 नवंबर। दिल्ली नगर निगम चुनाव में कथित तौर पर टिकट बेचने के आरोप में एंटी करप्शन विभाग की बड़ी कार्रवाई हुई है। आम आदमी पार्टी के नेता अखिलेश त्रिपाठी के करीबी ओम सिंह को एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार किया।
इसके अलावा ओम सिंह के साथी शंकर पांडे और प्रिंस रघुवंशी भी गिरफ्तार किया गया। आरोपो के मुताबिक अखिलेश पति त्रिपाठी ने टिकट के लिए 90 लाख रुपये की मांग की जिसमें से उसने 35 लाख रुपये अखिलेश पति त्रिपाठी और 20 लाख रुपये अखिलेश के कहने पर वजीरपुर से विधायक राजेश गुप्ता को दे दिए।
दिल्ली की एन्टी करप्शन ब्रांच ने आम आदमी पार्टी नेता अखिलेश पति त्रिपाठी के करीबी ओम सिंह, शंकर पांडे और प्रिंस रघुवंशी को गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि इन तीनों ने गोपाल खरी की पत्नी शोभा खरी को एमसीडी चुनाव में वार्ड नंबर 69 का टिकट देने का वादा कर रिश्वत ली थी।
हालांकि आम आदमी पार्टी के सूत्रों ने दावा किया कि ओम सिंह,अखिलेश पति त्रिपाठी के साले नहीं हैं। AAP के सूत्रों ने कहा- ACB ने जिस शख्स गिरफ्तार किया है वो आप विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी का साला नहीं है। दूसरी ओर एसीबी ने ओम सिंह को अखिलेश पति त्रिपाठी का साला बताया है।
- ACB ने ऐसे पकड़ा रंगे हाथ
आरोपों के मुताबिक अखिलेश पति त्रिपाठी ने टिकट के लिए 90 लाख रुपये की मांग की। जिसमें से उन्होंने 35 लाख रुपये अखिलेश पति त्रिपाठी और 20 लाख रुपये अखिलेश के कहने पर वजीरपुर से विधायक राजेश गुप्ता को दे दिए। बाकी 35 लाख रुपये टिकट मिलने के बाद देने की बात तय हुई थी लेकिन 12 नवंबर को शिकायतकर्ता कि पत्नी का नाम लिस्ट में नहीं था।
शिकायत मिलने पर एसीबी ने शिकायतक्रता गोपाल खरी के घर पर टीम लगाई। 15- 16 नवंबर की रात ओम सिंह अपने साथी शंकर पांडे और प्रिंस रघुवंशी के साथ शिकायत कर्ता के घर 35 लाख मे से 33 लाख रुपये वापस करने के लिए आया तब एसीबी ने तीनों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।