मुंबई, 6 अक्टूबर। महाराष्ट्र में शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने बीते शनिवार को मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की छापेमारी को लेकर गंभीर सवाल उठाते हुए दावा किया है कि यह छापेमारी फर्जी थी और इस कृत्य में भारतीय जनता पार्टी के नेता भी शामिल थे। मलिक ने साथ ही यह भी कहा कि क्रूज पर रेव पार्टी के दौरान एनसीबी को कोई ड्रग्स नहीं मिली थी।
गौरतलब है कि एनसीबी ने उस छापेमारी में बॉलीवुड के सुपर स्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान, उसके दोस्त अरबाज मर्टेंट व मॉडल मुनमुन धमेचा सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। बाद में निशानदेही पर इस केस से जुड़े और दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें आर्यन, अरबाज व मुनमुन तीन दिनों से एनसीबी की हिरासत में हैं। इन तीनों को रिमांड पर लेकर एनसीबी पूछताछ कर रही है। उनकी गुरुवार को कोर्ट में फिर पेशी होनी है।
राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्षाचे राष्ट्रीय प्रवक्ते तथा अल्पसंख्याक मंत्री ना. नवाब मलिक यांच्या पत्रकार परिषदेचे थेट प्रक्षेपण https://t.co/ngDLcs3jyh
— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) October 6, 2021
गिरफ्तार लोगों को फंसाना ही एनसीबी का मकसद
फिलहाल एनसीपी नेता नवाब मलिक ने बुधवार को दक्षिण मुंबई स्थित पार्टी कार्यालय में आहूत प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दावा किया कि लग्जरी क्रूज लाइनर पर पड़ी एनसीबी की रेड फेक थी। उन्होंने कहा, ‘क्रूज लाइनर से किसी भी तरह की ड्रग्स बरामद नहीं की गई थी। एनसीबी का इस केस में गिरफ्तार किए गए लोगों को सिर्फ फंसाने का मकसद था।
आर्यन को एनसीबी ऑफिस ले जाने वाला शख्स कौन था
भाजपा नेता मनीष भानुशाली भी मर्चेंट को लेकर पहुंचा था
मनीष ने दी सफाई – मुंबई लौटने पर एनसीबी को बयान देंगे
मनीष ने कहा, ‘अगर ये जानकारी सही होगी तो वे यकीनन ही एक्शन लेंगे। फिर ऑपरेशन हुआ। गवाह होने के नाते हमें साइन करने के लिए एनसीबी ऑफिस बुलाया गया था। हम आरोपितों को एनसीबी ऑफिस लेकर नहीं आ रहे थे बल्कि हम उनके साथ एनसीबी ऑफिस जा रहे थे। केपी गोसवी मेरा दोस्त है और वो भी मेरे साथ था। अभी आरोपित सात अक्टूबर तक कस्टडी में हैं। हम मुंबई लौटेंगे और एनसीबी के सामने बयान दर्ज कराएंगे।’