मुंबई, 2 नवंबर। आयकर विभाग ने महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार से जुड़ीं एक हजार करोड़ से ज्यादा मूल्य की पांच संपत्तियों को सीज करने का आदेश जारी कर दिया है। महाराष्ट्र के राजनेताओं के खिलाफ दो दिनों के भीतर यह दूसरी बड़ा काररवाई है। इसके पूर्व सोमवार की रात राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
एनसीपी नेता की इन संपत्तियों को सीज करने का आदेश जारी
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार के भतीजे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के कद्दावर नेता अजित पवार की जिन संपत्तियों को सीज करने का आदेश जारी किया गया है। उनमें मुख्य रूप से जरंदेश्वर शुगर फैक्ट्री है, जिसका मार्केट वैल्यू करीब 600 करोड़ रुपये है।
इसके अलावा साउथ दिल्ली स्थित फ्लैट (मार्केट वैल्यू – करीब 20 करोड़ रुपये), बेटे पार्थ पवार का निर्मल ऑफिस (मार्केट वैल्यू – करीब 25 करोड़ रुपये), निलय नाम से गोवा में स्थित रिसॉर्ट (मार्केट वैल्यू – करीब 250 करोड़ रुपये) और महाराष्ट्र की 27 अलग-अलग जगहों की जमीनों (मार्केट वैल्यू – करीब 500 करोड़ रुपये) को भी सीज करने की बात कही गई है।
अजित पवार लंबे समय से है आयकर के निशाने पर
वस्तुतः अजित पवार काफी लंबे वक्त से आईटी विभाग के निशाने पर हैं। पिछले महीने ही विभाग ने दो रियल एस्टेट ग्रुप और अजित पवार के रिश्तेदारों के ठिकानों पर छापेमारी के बाद 184 करोड़ रुपये की बेहिसाब संपत्तियों का पता लगाया था। इस दौरान अजित पवार के बेटे पार्थ पवार के मालिकाना हक वाली कम्पनी अनंत मर्क्स प्राइवेट लिमिटेड पर भी छापेमारी की गई थी। इसके अलावा पवार की बहनों के मालिकाना हक वाली कम्पनियों पर भी काररवाई की गई थी।