मुंबई, 23 जुलाई। महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से गठित एकनाथ शिंदे सरकार के दो सदस्यीय मंत्रिमंडल का अभी विस्तार भी नहीं हुआ है कि महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने ऐसा सनसनीखेज बयान दे दिया है, जिससे राज्य की राजनीति एक बार फिर उबाल खा सकती है।
शिंदे को अचानक मुख्यमंत्री बनाने के फैसले से सभी दुखी
दरअसल चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि केंद्र सरकार ने शिंदे को अचानक मुख्यमंत्री बनाने का जो फैसला लिया, उससे सभी दुखी हैं। उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के पांच साल तक मुख्यमंत्री रहे, लेकिन अचानक केंद्र ने शिंदे को मुख्यमंत्री बना दिया। पाटिल का दावा है कि देवेंद्र फडणवीस ने अपने दिल पर पत्थर रखकर केंद्र के फैसले को स्वीकार किया।
शिंदे मंत्रिमंडल के विस्तार का इंतजार
गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे ने अधिसंख्य बागी विधायकों को लेकर उद्धव ठाकरे और पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी थी। बाद में उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी और शिंदे भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बन गए। हालांकि मंत्रिमंडल में सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम फडणवीस के अलावा अभी कोई मंत्री नहीं है। पिछले दिनों शिंदे गुट की ओर से कहा गया था कि राष्ट्रपति चुनाव के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। फिलहाल अब पाटिल के बयान के बाद राज्य में सियासी उठापटक तेज हो सकती है।
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आदित्य ठाकरे बोले – शैतानी महत्वाकांक्षा से पैदा हुई नई सरकार गिर जाएगी
उधर शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा है कि राज्य में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली नई सरकार असंवैधानिक है और यह शैतानी
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ने कहा, ‘शैतानी महत्वाकांक्षा के कारण बनी यह असंवैधानिक व अवैध सरकार अस्थायी है और गिर जाएगी। उन्होंने दावा किया कि बगावत की साजिश पिछले साल दिवाली के त्योहार के आसपास शुरू हुई थी, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सर्जरी कराने के बाद ठीक हो रहे थे।

