मुंबई, 7 अप्रैल। मुंबई पुलिस ने विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत को बचाने के लिए एकत्रित की गई 57 करोड़ रुपये से अधिक की निधि में कथित अनियमितता को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रखर नेता किरीट सोमैया और उनके पुत्र नील के खिलाफ धोखाधड़ी का एक मामला दर्ज किया है।
आईएनएस विक्रांत के लिए 57 करोड़ की जमा राशि में अनियमितता का आरोप
एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि उपनगर मानखुर्द में ट्रॉम्बे पुलिस थाने में बुधवार शाम को सेना के 53 वर्षीय पुलिसकर्मी की शिकायत पर किरीट सोमैया और उनके पुत्र के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
उल्लेखनीय है कि आईएनएस विक्रांत को 1961 में भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया और वह राजसी श्रेणी का विमानवाहक पोत है। उसने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान पूर्वी पाकिस्तान के नौसैन्य अवरोध में अहम भूमिका निभाई थी। जनवरी, 2014 में इस जहाज को एक ऑनलाइन नीलामी के जरिए बेच दिया गया।
सोमैया ने एकत्र राशि को राज्यपाल के खजाने में जमा करने की बजाय धोखाधड़ी की
शिकायतकर्ता ने बताया कि सोमैया ने आईएनएस विक्रांत के लिए निधि एकत्रित करने का एक अभियान चलाया। इस क्रम में उन्होंने जहाज को बचाने के लिए सोमैया को दान दिया था और भाजपा नेता ने इस मकसद के लिए 57 करोड़ रुपये से अधिक की निधि जुटाई। लेकिन महाराष्ट्र के राज्यपाल के सचिव कार्यालय में इस निधि को जमा कराने की बजाय उन्होंने निधि में अनियमितता की।
इस बीच शिवसेना के स्थानीय नेताओं ने बुधवार को शिकायतकर्ता के साथ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर इस मुद्दे को उठाया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 406 (आपराधिक विश्वास भंग), धारा 420 (धोखाधड़ी) और धारा 34 (साझा मंशा) के तहत किरीट सोमैया, उनके पुत्र नील और अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।
शिवसेना संजय राउत ने निधि के गबन का लगाया था आरोप
शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी बुधवार को किरीट सोमैया पर आईएनएस विक्रांत को बचाने के लिए दान के तौर पर लोगों से जमा की 57 करोड़ रुपये की निधि के गबन का आरोप लगाया था। हालांकि उनके आरोप को खारिज करते हुए सोमैया ने कहा था कि यदि राउत के पास कोई सबूत है तो उन्हें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सौंपना चाहिए।