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महाकुंभ: सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की प्रदर्शनी से लोगों को मिल रहा राष्ट्रीय एकता का संदेश

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प्रयागराज, 31 जनवरी। महाकुंभ प्रयागराज में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा लगाई गई डिजिटल प्रदर्शनी श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इस प्रदर्शनी में ‘एकता ही समाज का बल है’ विषय को केंद्र में रखते हुए राष्ट्रीय एकता, समावेशिता और देश की प्रगति से जुड़ी विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित की गई हैं।

‘एक राष्ट्र, एक कर’, ‘एक देश, एक पावर ग्रिड’, ‘एक देश, एक राशन कार्ड’ जैसी योजनाओं के माध्यम से सरकार द्वारा देश को एकजुट करने के प्रयासों को दर्शाया गया है। प्रदर्शनी में  दृश्य-श्रव्य सामग्री लोगों का विशेष ध्यान आकर्षित कर रही हैं। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने से लेकर ‘एक देश, एक संविधान’ की संकल्पना को साकार करने तक की यात्रा को भी यहां रोचक तरीके से प्रदर्शित किया गया है।

केंद्र सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की दी जा रही जानकारी

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की इस डिजिटल प्रदर्शनी में जन भागीदारी से जनकल्याण की भावना को साकार करते हुए केंद्र सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। विशेष रूप से उद्यमिता, स्वरोजगार और आर्थिक सशक्तिकरण से जुड़ी योजनाओं को प्रदर्शनी में प्रमुखता से स्थान दिया गया है। मुद्रा योजना, पीएम विश्वकर्मा योजना, पीएमईजीपी और क्रेडिट गारंटी फंड योजना जैसी योजनाओं के माध्यम से सरकार द्वारा नागरिकों को आत्मनिर्भर बनने के लिए दिए जा रहे अवसरों की जानकारी यहां प्रदर्शित की जा रही है।

श्रद्धालु डिजिटल स्क्रीन और एलईडी वॉल पर इन योजनाओं की डॉक्यूमेंट्री फिल्में और आकर्षक चित्रों के माध्यम से विस्तृत जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। समुद्र मंथन की प्रतीकात्मक छवियां और भारत के विकास को दर्शाने वाले दृश्य भी लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। यह प्रदर्शनी 26 फरवरी तक चलेगी और बड़ी संख्या में लोग इसका लाभ उठा रहे हैं।

प्रदर्शनी के माध्‍यम से देश की एकता, समृद्धि और विकास यात्रा की दी जा रही जानकारी

महाकुंभ में आयोजित इस डिजिटल प्रदर्शनी का उद्देश्य न केवल लोगों को भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देना है, बल्कि उन्हें राष्ट्र निर्माण और जनकल्याण में अपनी भागीदारी के लिए भी प्रेरित करना है। यह प्रदर्शनी देश की एकता, समृद्धि और विकास यात्रा का प्रतीक बन गई है, जहां श्रद्धालु न केवल आध्यात्मिकता से जुड़ रहे हैं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प से भी परिचित हो रहे हैं।

आधुनिक तकनीक और डिजिटल माध्यमों के उपयोग से प्रस्तुत की गई यह प्रदर्शनी लोगों के लिए एक सूचनात्मक और प्रेरणादायी अनुभव बन रही है, जिससे वे भारत की प्रगति में अपने योगदान के प्रति और अधिक जागरूक हो रहे हैं।

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