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ऑस्ट्रेलियाई ओपन : इगा स्वियाटेक को स्तब्ध कर मेडिसन कीज पहली बार फाइनल में, सबालेंका को देंगी खिताबी चुनौती

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मेलबर्न, 23 जनवरी। अमेरिका की मेडिसन कीज ने गुरुवार की रात यहां मेलबर्न पार्क में मैच प्वॉइंट से शानदार वापसी करते हुए जबर्दस्त उलटफेर किया और विश्व नंबर दो पोलैंड की इगा स्वियाटेक पर 5-7, 6-1, 7-6 (10-8) की स्तब्धकारी जीत से वर्ष की पहली ग्रैंड स्लैम स्पर्धा ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में पहली बार जगह सुरक्षित कर ली।

विश्व नंबर एक सबालेंका ने बडोसा को सीधे सेटों में मात दी

पेशेवर टेनिस करिअर में दूसरी बार किसी मेजर फाइनल में पहुंचीं विश्व नंबर 14 कीज अब शनिवार को पिछली दो बार की चैम्पियन व विश्व नंबर एक एरिना सबालेंका को खिताबी चुनौती देंगी। बेलारूसवासी 26 वर्षीया सबालेंका ने पहले सेमीफाइनल में अपनी प्रिय सहेली और 11वीं वरीयता प्राप्त स्पेनिश पाउला बडोसा को एक घंटा 26 मिनट में 6-4, 6-2 से हराकर खुद को लगातार तीसरे ऑस्ट्रेलियाई ओपन खिताब से एक कदम के फासले पर ला खड़ा किया।

फिलहाल रॉड लेवर एरिना में मेडिसन कीज व स्वियाटेक की  दो घंटे 35 मिनट तक खिंची टक्कर में रोमांच की पराकाष्ठा दिखी। पहला सेट गंवाने के बाद कीज ने उतनी ही आसानी से दूसरा सेट अपने नाम कर मुकाबले को तीसरे व निर्णायक सेट में धकेल दिया।

निर्णायक सेट में 23 वर्षीया स्वियाटेक ने 6-5 के स्कोर पर मैच के लिए सर्विस की और एक मैच प्वॉइंट भी हासिल किया, लेकिन 2017 की अमेरिकी ओपन उपजेता 29 वर्षीया कीज ने फिर सर्विस तोड़ दी और सेट को टाईब्रेक में पहुंचा दिया। टाईब्रेकर में स्वियाटेक ने फिर 7-5 व फिर 8-7 की बढ़त ली। लेकिन 10 अंकों के टाईब्रेकर में कीज ने लगातार तीन अंक लेते हुए जबर्दस्त जीत हासिल कर ली।

स्वियाटेक को शिकस्त देने के बाद कीज कोर्ट पर बैठ गयीं और रैकेट नीचे रख अपने हाथों से सिर को पकड़ लिया। उन्होंने मैच में अपनी शानदार वापसी को ‘काफी नाटकीय समापन’ करार देते हुए कहा, ‘मैं अब भी यह समझने की कोशिश कर रही हूं कि मैंने यह सब कैसे किया।’ 19वीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी कीज ने पांच बार की ग्रैंड स्लैम चैम्पियन को हराने को बड़ी सफलता करार देते हुए कहा, ‘मुझे ऐसा लगा जैसे मैं इसमें बने रहने के लिए संघर्ष कर रही हूं। यह बहुत ज्यादा उतार-चढाव से भरा मैच था।’

मेलबर्न पार्क में सबालेंका की खिताबी हैट्रिक पर निगाहें

उधर सबालेंका यदि इस बार भी चैम्पियन बनती हैं तो वह ऑस्ट्रेलियाई ओपन के महिला एकल में पूर्व स्विस स्टार मार्टिना हिंगिस के बाद खिताबी हैट्रिक बनाने वाली पहली खिलाड़ी बन जाएगी। हिंगिस ने 1997 से 1999 तक यह कारनामा किया था। सेरेना विलियम्स भी 2015 से 2017 तक तीन बार इसके फाइनल में पहुंची है, लेकिन वह दो बार चैम्पियन बनी थीं।

फाइनल में जगह बनाने के बाद पिछले वर्ष की अमेरिकी ओपन चैम्पियन सबालेंका ने कहा, ‘मेरे रोंगटे खड़े हो रहे हैं। मुझे अपने आप पर गर्व है। मुझे अपनी टीम पर गर्व है कि हम खुद को ऐसी स्थिति में पहुंचाने में सफल रहे। यदि मैं खुद को इतिहास (किताबों) का हिस्सा बना पाऊं, तो यह मेरे लिए बहुत मायने रखने वाला होगा।’

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