गाजीपुर/लखनऊ। लखनऊ में इंडियन ओवरसीज बैंक की चिनहट शाखा में हुई लूट में कथित रूप से संलिप्त दो अपराधी लखनऊ और गाजीपुर पुलिस के साथ अलग-अलग मुठभेड़ में मारे गए। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि लखनऊ में किसान पथ के पास पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में सोबिंद कुमार (26) मारा गया, जबकि एक अलग मुठभेड़ में गाजीपुर पुलिस तथा स्वाट (स्पेशल विपंस एंड टैक्टिस) निगरानी टीम ने सनी दयाल (26) को मार गिराया। लखनऊ के चिनहट के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) राधा रमण सिंह ने बताया कि बिहार का मूल निवासी सोबिंद कुमार, बैंक लूट में वांछित संदिग्धों में से एक था।
उन्होंने बताया कि सोमवार को पुलिस ने सूचना के आधार पर चिनहट इलाके के लौलाई गांव के पास दो वाहनों को रोका। उन्होंने बताया कि संदिग्धों में से एक ने पुलिस दल पर गोली चला दी जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई। सिंह ने बताया कि गोली लगने से सोबिंद कुमार की मौत हो गई।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार द्वारा जारी बयान के अनुसार मंगलवार को गाजीपुर जिले की स्वाट निगरानी टीम तथा थाना गहमर पुलिस के संयुक्त दल ने 25 हजार रुपये के इनामी अपराधी दयाल को मुठभेड़ में मार गिराया और उसके पास से एक पिस्तौल और 35,500 रुपये बरामद किए गए।
पुलिस ने बताया कि उसने बारा पुलिस चौकी के पास नियमित जांच के दौरान मोटरसाइकिल सवार दो लोगों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन संदिग्धों ने बिहार सीमा की ओर भागने की कोशिश की। उसने बताया कि पीछा करने पर संदिग्धों को कुतुबपुर के पास रोका गया जहां उन्होंने अपनी गाड़ी छोड़ दी और पुलिस पर गोलियां चलाना शुरू कर दिया।
डीजीपी ने कहा, ‘‘जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली लगने से सनी दयाल गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि दूसरा संदिग्ध भाग गया। सनी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया और बाद में गाजीपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।’’
इंडियन ओवरसीज बैंक की चिनहट शाखा में रविवार को लूट का मामला सामने आया था। शाखा प्रबंधक संदीप सिंह ने बताया कि अपराधी बगल के खाली भूखंड की तरफ से दीवार तोड़कर बैंक में घुसे और करीब 40 लॉकर से सामान लूटकर ले गए।
इसके बाद इंडियन ओवरसीज बैंक ने एक बयान में कहा था, ‘‘लूट की दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जानकारी है। यह घटना लखनऊ में हमारी चिनहट शाखा में पर्याप्त सुरक्षा उपायों के बावजूद हुई। हम अधिकारियों को उनकी जांच में सहयोग करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’’
इसके पहले सोमवार को पुलिस ने लूट में शामिल तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया था जिनकी पहचान अरविंद कुमार (घायल), बलराम और कैलाश के रूप में हुई। ये सभी बिहार के रहने वाले हैं और उन्हें लौलाई गांव के पास से पकड़ा गया। सोबिंद कुमार, सन्नी दयाल, मिथुन कुमार और विपिन कुमार वर्मा सहित चार साथी शुरू में भागने में सफल रहे थे।