नई दिल्ली, 20 अगस्त। सुरक्षा विशेषज्ञ लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) संजय कुलकर्णी ने भारतीय सीमा में चीनी घुसपैठ को लेकर राहुल गांधी के बयान को लेकर कांग्रेस नेता को नसीहत दी है और इशारों-इशारों में उनपर पलटवार करते हुए कहा है कि जब दो देशों के बीच सीमा विवाद को लेकर वार्ताओं का दौर जारी है तो ऐसा बयान देना गलत है और इससे बचा जाना चाहिए।
गौरतलब है कि पिछले चार दिनों से केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में मौजूदा राहुल गांधी ने रविवार को अपने पिता और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को 14270 फीट की ऊंचाई पर स्थित पैंगात्सो झील के किनारे श्रद्धांजलि दी। इस श्रद्धांजलि के बाद राहुल गांधी ने चीनी घुसपैठ को लेकर कहा कि यहां पर तो सब लोग कह रहे हैं कि चीन की सेना घुसी है। प्रधानमंत्री कहते हैं कि यहां कोई नहीं आया है, जो कि सच नहीं है।
राहुल का इसके साथ ही यह भी कहना था कि लद्दाख के लोगों की कई शिकायतें हैं। लद्दाख को जो स्टेटस दिया गया है, इससे लोग खुश नहीं हैं। लोगों को प्रतिनिधित्व चाहिए। लोग कह रहे हैं कि नौकरशाही से राज्य नहीं चलाना चाहिए, जनता की आवाज से चलना चाहिए।
फिलहाल इस मुद्दे पर सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल संजय कुलकर्णी ने कहा, ‘चीन के साथ बातचीत मुख्य रूप से इसलिए चल रही है कि यहां दो बहस के मुद्दे डेमचोक और डेपसांग हैं, यहीं पर गश्त को प्रतिबंधित किया जा रहा है। लेकिन फिर यह कहना कि हम हार गए हैं, गलत होगा। साथ ही ऐसे बयान देना गलत होगा और किसी को भी इस तरह बयान नहीं देना चाहिए, जब बातचीत चल रही है।’
लेफ्टिनेंट जनरल कुलकर्णी ने आगे यह भी कहा, ‘देखा जाए तो 1950 के बाद से हमने चीन के हाथों लगभग 40,000 वर्ग किलोमीटर खो दिया है और हमारा प्रयास है कि हम अपना और क्षेत्र चीन के हाथों न खोएं। लेकिन इस तरह के बयान देना कि हमने यहां खो दिया है, केवल धारणाएं ही हैं। यह एक को दूसरे के खिलाफ खराब रोशनी में दिखाता है, जो कि तर्कसंगत नहीं है।’