नई दिल्ली, 15 दिसम्बर। अनुशासन को लेकर सख्त माने जाने वाले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन में इसकी बानगी दिखाई, जब उन्होंने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को सहयोगियों से बातचीत करने पर टोका और बातचीत न करने की चेतावनी दी।
स्पीकर ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष से कहा – कृपया यहां मीटिंग न करें
दरअसल, सोनिया गांधी सदन में देर से आई थीं। वह आते ही गांधी पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी और गौरव गोगोई से बात करने लगीं, जो भारत-चीन मुद्दे पर चर्चा में भाग लेना चाह रहे थे। तभी ओम बिरला की नजर उन पर पड़ गई। सोनिया गांधी की तरफ इशारा करते हुए स्पीकर ने कहा कि मीटिंग करने का आपका अधिकार है, लेकिन यहां नहीं, सदन के बाहर। स्पीकर ने कहा, ‘कृपया यहां मीटिंग न करें।’
अंग्रेजी दैनिक इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार इस वाकये के कुछ देर बाद ही कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। यह विपक्षी दलों की एकता का दुर्लभ नमूना था, जब 18 विपक्षी दलों ने एकसाथ सदन का बहिष्कार किया।
गौरतलब है कि लोकसभा में विपक्ष ने गत नौ दिसम्बर को हुई भारत-चीन सीमा झड़प पर चर्चा करने की अपनी मांग पूरी नहीं होने पर बुधवार को कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने 18 दलों का नेतृत्व करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया था। कांग्रेस के साथ राष्ट्रीय जनता दल, आम आदमी पार्टी, MDMK, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), CPI, जनता दल-यूनाइटेड, DMK, तृणमूल कांग्रेस और तेलुगु देशम पार्टी ने भी शून्यकाल के दौरान सदन से वॉकआउट किया।