नई दिल्ली, 16 जुलाई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 18 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र से पहले शनिवार को संसद भवन परिसर में सर्वदलीय बैठक बुलाई। इसमें नेताओं के साथ 17वीं लोकसभा के नौवें सत्र को लेकर चर्चा की गई। हालांकि इस बैठक से विपक्ष की ज्यादातर पार्टियां नदारद देखी रहीं।
18 बैठकें होंगी और कुल 108 घंटे का समय उपलब्ध होगा
स्पीकर ओम बिरला ने बताया कि सत्र 12 अगस्त तक चलने की संभावना है। सत्र में 18 बैठकें होंगी और कुल 108 घंटे का समय उपलब्ध होगा, जिसमें सरकारी कार्य के लिए लगभग 62 घंटे उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि प्रश्नकाल, शून्यकाल और गैर-सरकारी सदस्यों के कार्य के लिए बाकी का समय आवंटित किया गया है। सरकारी कार्य के
शून्यकाल के दौरान उठाई जाने वाली सूचनाओं को प्रस्तुत करने का समय परिवर्ततित
ओम बिरला ने यह भी सूचित किया कि शून्यकाल के दौरान उठाई जाने वाली सूचनाओं को प्रस्तुत करने के समय में परिवर्तन किया गया है। अब सदस्यगण किसी भी दिन-विशेष को पूर्वाह्न नौ बजे से लेकर सत्र के उस दिन के पूर्वाह्न आठ बजे तक अपनी सूचनाएं दे सकते हैं, जिस दिन वे सभा में शून्यकाल में अपना मामला उठाना चाहते हैं।
उन्होंने बताया कि सोमवार या सप्ताह के पहले कार्य दिवस के लिए सूचनाएं शुक्रवार या पिछले सप्ताह के अंतिम कार्य दिवस को पूर्वाह्न नौ बजे और सोमवार या उस सप्ताह के पहले कार्य दिवस को पूर्वाह्न आठ बजे के बीच दी जा सकेंगी। सत्र के उसी दिन, जिस दिन सदस्य सभा में अपना मामला उठाना चाहते हैं, पूर्वाह्न आठ बजे तक प्राप्त सूचनाओं का आठ बजे के तुरंत बाद कंप्यूटर द्वारा बैलट किया जाएगा। पोर्टल शनिवार, रविवार और छुट्टियों वाले दिन ऑनलाइन सूचना प्रस्तुत करने के लिए खुला रहेगा।
सुव्यवस्थित कार्य संचालन में सभी दलों के नेताओं के सहयोग की अपेक्षा
ओम बिरला ने यह भी बताया कि विगत सत्रों की तरह इस सत्र में भी कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। सत्र में सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने सत्र के दौरान सभा के सुचारु और सुव्यवस्थित कार्य संचालन को सुनिश्चित करने में सभी दलों के नेताओं के सहयोग की अपेक्षा की।
कांग्रेस व डीएमके को छोड़ अन्य ज्यादातर विपक्षी दल अनुपस्थित
सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस और डीएमके के अलावा विपक्ष की ज्यादा पार्टियों ने हिस्सा नहीं लिया। विपक्ष से सिर्फ कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी, डीएमके से टीआर बालू बैठक में शामिल हुए। इसके अलावा, YSRCP से मिथुन रेड्डी भी पहुंचे। टीएमसी, एनसीपी, समाजवादी पार्टी, बीएसपी, बीजेडी, सीपीएम, जेएमएम, टीआरएस, टीडीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, अकाली दल और दूसरी पार्टियों से कोई भी सदस्य बैठक में मौजूद नहीं रहा।
वहीं, भाजपा से केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल, सांसद रमा देवी शामिल हुईं। अपना दल से केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और एलजेपी (पासवान) से मंत्री पशुपति पारस शामिल होने पहुंचे।