लखनऊ, 1 जून। लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण में उत्तर प्रदेश में 11 जिलों की 13 सीटों पर शनिवार सुबह सात बजे मतदान शुरु हो गया। इस चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रतिनिधित्व वाली वाराणसी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहनगर गोरखपुर जैसी हाई प्रोफाइल सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। मतदान शुरु होने से पहले ही कई मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं की कतारें लग गयीं जिनमें मार्निंग वाकर्स की संख्या काफी ज्यादा थी। गर्मी से बचने के लिये मतदान केंद्रों पर छाया और पेयजल समेत तमाम अन्य इंतजाम किये गये हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) नवदीप रिणवा ने बताया कि लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में राज्य की 13 लोकसभा सीटों के अलावा सोनभद्र जिले के दुद्धी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए भी वोट डाले जायेंगे। उन्होंने कहा कि 12 संसदीय क्षेत्रों में मतदान शाम छह बजे तक चलेगा और उसके बाद भी कतार में लगे लोगों को वोट डालने का अधिकार होगा, जबकि रॉबर्ट्सगंज के आदिवासी बाहुल्य दो विधानसभा क्षेत्रों में मतदान सुबह सात बजे से शाम चार बजे के बीच होगा।
रिणवा ने कहा कि सातवें चरण में 13 लोकसभा क्षेत्रों के लिए 134 पुरुष और 10 महिलाओं सहित कुल 144 उम्मीदवार मैदान में हैं। 13 लोकसभा सीटों में से 11 सीटें सामान्य श्रेणी की हैं जबकि दो सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इस चरण की 13 लोकसभा सीटों में महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्ज़ापुर और रॉबर्ट्सगंज शामिल हैं। ये 13 सीटें महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, मऊ, बलिया, गाज़ीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्ज़ापुर और सोनभद्र जिलों में फैली हुई हैं।
उन्होने कहा कि सातवें चरण के 13 लोकसभा क्षेत्रों में 2.50 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से 1.33 करोड़ पुरुष और 1.17 करोड़ महिला मतदाता शामिल हैं। सातवें चरण में कुल 14 हजार 183 मतदान केंद्र और 25 हजार 658 मतदेय स्थल बनाये गये हैं। मतदान पर कड़ी नजर रखने के लिए आयोग ने तीन विशेष पर्यवेक्षक, 13 सामान्य पर्यवेक्षक, आठ पुलिस पर्यवेक्षक और 14 व्यय पर्यवेक्षक भी तैनात किये गये हैं। इनके अलावा 1,861 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 243 जोनल मजिस्ट्रेट, 130 स्टेटिक मजिस्ट्रेट और 2,550 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किए गए हैं।
चुनाव के इस चरण में देश दुनिया की निगाह वाराणसी सीट पर होगी जहां प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी के तौर पर किस्मत आजमा रहे हैं। वाराणसी को भाजपा का गढ़ माना जाता है। 2004 के चुनाव को छोड़ दिया जाये तो पार्टी यहां 1996 से अजेय रही है।

