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लिज ट्रस बनीं ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री, भारतीय मूल के ऋषि सुनक 20,927 वोटों से हारे

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लंदन, 5 सितम्बर। लिज ट्रस ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री चुन ली गई हैं। उन्होंने सोमवार को कड़े मुकाबले में भारतीय मूल के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक को मात दी। पहले पांच राउंड के मुकाबले में ऋषि सुनक ने मजबूत बढ़त हासिल कर रखी थी, लेकिन कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों की अंतिम वोटिंग के दौरान लिज ट्रस ने जीत हासिल की।

सुनक 20,927 वोटों से हारे

कंजरवेटिव पार्टी की घोषणा के अनुसार ट्रस ने सुनक को 20,927 वोटों से हराया। 47 वर्षीया ट्रस को कुल 81,326 वोट मिले और उनसे उम्र में पांच वर्ष छोटे सुनक को 60,399 मत पड़े। कंजरवेटिव पार्टी के बैकबेंच सांसदों की 1922 समिति के अध्यक्ष और पार्टी के नेतृत्व संबंधी चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी सर ग्राहम ब्रैडी ने ट्रस की जीत की घोषणा की।

ट्रस ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री

दरअसल, ट्रस ब्रिटेन की तीसरी प्रधानमंत्री बनेंगी। उनके पूर्व मार्गरेट थैचर और टेरीजा मे भी ब्रिटश पीएम का पद संभाल चुकी हैं। ट्रस को विजेता घोषित करने के साथ कंजरवेटिव पार्टी में नेतृत्व पद के लिए मुकाबले को लेकर कई सप्ताह से जारी अभियान समाप्त हो गया।

7 सितम्बर को बतौर प्रधानमंत्री ब्रिटिश संसद में उपस्थित होंगी

लिज ट्रस अब पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का स्थान लेंगी, जिन्होंने इस चुनाव में खुलकर ट्रस का समर्थन किया था। उन्होंने पार्टी के सदस्यों और सांसदों से लिज ट्रस के लिए वोट भी मांगे थे। बोरिस जॉनसन आरोप लगाते रहे हैं कि ऋषि सुनक के इस्तीफे के कारण ही उन्हें प्रधानमंत्री की कुर्सी गंवानी पड़ी थी। अब सात सितंबर को लिज ट्रस बतौर प्रधानमंत्री ब्रिटिश संसद में उपस्थित होंगी।

ट्रस के सामने चुनौतियां का पहाड़

फिलहाल देखा जाए तो लिज ट्रस ने ब्रिटेन की प्रधानमंत्री बनने के साथ कांटों भरा ताज पहना है। उनके सामने पहाड़ सरीखी चुनौतियां हैं। इनमें सबसे बड़ी चुनौती देश में बढ़ती महंगाई, ऊर्जा संकट और बेरोजगारी को दूर करना है। लोग पहले से ही काफी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। अब तक के चुनावी अभियान में लिज ट्रस ने ऐसी कोई भी विशेष घोषणा नहीं की है, जिससे ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को संभालने में मदद मिले। ऐसे में उनके प्रधानमंत्री पद पर बैठते ही आर्थिक मोर्चे पर सबसे बड़ी समस्या का हल ढूंढना होगा।

कंजरवेटिव पार्टी को एकजुट करना भी चुनौती

लिज ट्रस के सामने दो धड़े में बंट चुकी अपनी कंजरवेटिव पार्टी को भी एक करने की चुनौती है। पार्टी के सांसद ऋषि सुनक के पक्ष में हैं जबकि सदस्य ब्रिटिश राष्ट्रवाद के मुद्दे पर लिज ट्रस का समर्थन कर रहे हैं। ऐसे में दोनों के बीच तालमेल बनाकर सरकार को चलाना लिज ट्रस के लिए आसान नहीं होने वाला है। हालांकि, ऋषि सुनक ने एक दिन पहले ही कहा है कि वह नई सरकार का हर मोर्चे पर समर्थन करेंगे। पर, पार्टी के दोनों धड़ों के बीच खाई काफी ज्यादा बढ़ चुकी है।

बोरिस जॉनसन मंगलवार को करेंगे सत्ता हस्तांतरण

ब्रिटिश प्रधानमंत्री चुनाव के परिणाम का एलान होने से पहले ही बोरिस जॉनसन प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंच चुके थे। उन्होंने थेरेसा मे की जगह ब्रिटिश प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली थी। बोरिस जॉनसन ने बतौर प्रधानमंत्री 1,139 दिन सत्ता संभाली है। जॉनसन अब मंगलवार, छह सितम्बर को कंजरवेटिव पार्टी के नए नेता के साथ सत्ता के आधिकारिक हस्तांतरण के लिए महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से मिलने बाल्मोरल जाएंगे।

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