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लीजेंड एयरलाइंस का विमान मुंबई में उतरा, मानव तस्करी के आरोपों में 4 दिनों तक फ्रांस में रोका गया था विमान

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नई दिल्ली, 26 दिसम्बर। संदिग्ध मानव तस्करी के आरोपों में चार दिनों तक फ्रांस में जबरन रोके जाने के बाद लीजेंड एयरलाइंस का विमान 276 यात्रियों को लेकर मुंबई में उतर गया। एयरबस A340 मंगलवार को तड़के करीब चार बजे मुंबई हवाई अड्डे पर उतरा। विमान में सवार ज्यादातर यात्री भारतीय थे।

5 नाबालिगों सहित 20 व्यक्ति अब भी फ्रांस में रुके हुए हैं

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार विमान ने स्थानीय समयानुसार रविवार को दोपहर करीब 2.30 बजे पेरिस के पास वैट्री हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी। फ्रांसीसी अधिकारियों ने पुष्टि की कि 276 यात्री उड़ान के लिए विमान में सवार हुए थे जबकि पांच नाबालिगों सहित 20 व्यक्ति अब भी फ्रांस में रुके हुए हैं।

रूमेनिया की विमानन कम्पनी लीजेंड एयरलाइंस के वकील ने बताया कि फ्रांस में रुके सभी भारतीयों को सोमवार को भारत भेजा जा सकता है। यह विमान पिछले हफ्ते गुरुवार को फ्रांस के एक छोटे से हवाई अड्डे पर तब उताया गया, जब किसी अज्ञात खबरी ने फ्रांसीसी अधिकारियों को सूचना दी कि इस विमान में कुछ ऐसे यात्री सवार हैं, जिन्हें मानव तस्करी के तहत यात्रा करायी जा रही है। विमान में सवार यात्रियों में 21 महीने का बच्चा भी शामिल था।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फ्रांसीसी अधिकारियों ने दो यात्रियों को आगे की जांच-पड़ताल के लिए रोका है। इस मामले में मानव तस्करी को अंजाम देने वाले किसी संगठित गिरोह का हाथ होने की जांच फ्रांसीसी अधिकारी कर रहे हैं। फ्रांसीसी अधिकारियों ने बताया कि विमान में सवार कई यात्रियों ने शरण दिए जाने का अनुरोध किया है। विमान में 11 नाबालिग यात्री भी थे, जिन्हें विशेष प्रशासनिक निगरानी में रखा गया है।

लीजेंड एयरलाइंस की यह विमान उड़ान सेवा ईंधन भरने के लिए फ्रांस के हवाई अड्डे पर उतरा था, जो पेरिस से लगभग 160 किमी दूर है। इस विमान में सवार यात्रियों के ‘मानव तस्करी के शिकार होने की संभावना’ की गुप्त सूचना के बाद इसे वहीं एयरपोर्ट पर रोक दिया गया था।

मानव तस्करी की बात साबित हुई तो फ्रांस में उसके गंभीर परिणाम होंगे

सूत्रों के मुताबिक विमान अमेरिका में व्यक्तियों की तस्करी की कोशिश करने वाले एक अपराध सिंडिकेट से जुड़ा हो सकता है। इस मामले की जांच अब फ्रांस की संगठित अपराध विरोधी इकाई जुनाल्को के अधिकार क्षेत्र में है। यदि मानव तस्करी की बात साबित हो जाएगी तो फ्रांस में उसके गंभीर परिणाम होंगे, जिसमें 20 वर्ष तक की भी शामिल है।