अयोध्या, 28 दिसम्बर। अयोध्या में भगवान राम के नवनिर्मित भव्य मंदिर में 22 जनवरी को प्रस्तावित रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की जोरशोर से तैयारियां चल रही हैं। इस समारोह में शामिल होने के लिए देश-दुनिया के विख्यात लोगों को निमंत्रण भेजे जा रहे हैं।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस क्रम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सीनियर नेता और राम मंदिर आंदोलन के अगुआ रहे लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी तथा कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और मलिकार्जुन खड़गे सहित तमाम विपक्षी नेताओं को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण भेजा है।
लेकिन राम मंदिर आंदोलन के संघर्ष में अहम भूमिका निभाने वाले विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया और बजरंग दल के मुखिया रहे पूर्व सांसद विनय कटियार को अब तक प्राण प्रतिष्ठा समारोह शामिल होने के लिए कोई निमंत्रण नहीं भेजा गया है। राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे ये दोनों क्रांतिकारी नेताओं को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण पाने का इंतजार है।
राजनीतिक मतभेदों के चलते विहिप से अलग हो चुके हैं प्रवीण तोगड़िया
यह तथ्य किसी से छिपा नहीं है कि राम मंदिर आंदोलन को लेकर अशोक सिंघल के बाद प्रवीण तोगड़िया की ही अहम भूमिका रही है। भाजपा ने जब पालमपुर अधिवेशन में राम मंदिर के लिए आंदोलन चलाने का निर्णय लिया था, तब अशोक सिंघल के साथ प्रवीण तोगड़िया विहिप के पदाधिकारी थे। इन दोनों लोगों ने मंदिर आंदोलन चलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
बाद में कुछ राजनीतिक मतभेदों के चलते प्रवीण तोगड़िया विहिप से अलग हो गए, लेकिन राम मंदिर से वह अब भी अपने को जुड़ा हुआ मानते हैं। उन्हें उम्मीद है कि देर सवेर उन्हे भी निमंत्रण मिलेगा। वैसे अयोध्या और लखनऊ में यह माना जा रहा है कि विहिप से अब उनका कोई नाता न होने के कारण उन्हे मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से दूर ही रखा जाएगा।
अयोध्या के पूर्व सांसद कटियार अयोध्या में ही रहते हैं
इसी तरह नब्बे के दशक में राम मंदिर आंदोलन का बड़ा चेहरा रहे विनय कटियार को भी मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के बाबत कोई निमंत्रण नहीं मिला है जबकि कटियार अयोध्या में ही रहते हैं। वह अयोध्या से सांसद भी रहे हैं और अयोध्या में ही श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का मुख्यालय भी है।
यही ट्रस्ट मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सारा इंतजाम देख रहा है। ट्रस्ट ही देश में उक्त कार्यक्रम के लिए लोगों को निमंत्रण भेज रहा है। इसके बाद भी ट्रस्ट के किसी भी पदाधिकारी ने बजरंग दल के संस्थापक के तौर पर जाने जाने वाले विनय कटियार से कोई संपर्क नहीं किया है जबकि कभी बजरंगदल ने नेतृत्व में विहिप बड़े-बड़े आंदोलन चलाती थी। फिलहाल प्राप्त जानकारी के अनुसार विहिप के पदाधिकारी व ट्रस्ट के महासचिव चंपक राय ने अब तक मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए विनय कटियार व प्रवीण तोगड़िया से संपर्क नहीं किया है।
आडवाणी-जोशी के निमंत्रण पर भी उठा था विवाद
इसके पहले लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में न बुलाए जाने की खबरों से भी हंगामा मचा था। तब चंपक राय से सफाई दी थी कि इन दोनों दिग्गज नेताओं को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने के लिए अनुरोध किया है, लेकिन उनकी उम्र को देखते हुए उनसे कार्यक्रम में न आने का आग्रह किया गया था। यह तर्क देने वाले ट्रस्ट के पदाधिकारी फिलहाल अब तक प्रवीण तोगड़िया और विनय कटियार को न बुलाए जाने को लेकर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।