रायबरेली, 5 अक्टूबर। अमेठी में मौत के घाट उतारे गए एक स्कूली शिक्षक और उनके पूरे परिवार का शनिवार को परिजनों ने रायबरेली के गोला गंगा घाट पर अंतिम संस्कार किया। अमेठी के अहोरवा भवानी इलाके में सरकारी स्कूल के शिक्षक सुनील कुमार (35), उनकी पत्नी पूनम (32) और दो मासूम बेटियों दृष्टि और सुनी की गुरुवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
अमेठी में पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार सुबह चारों शव जब जिले के सुदामापुर गांव लाए गए तो पूरा माहौल गमगीन हो गया। आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए और कुछ गुस्साए ग्रामीणों ने नारेबाजी भी की। शुक्रवार को पुलिस प्रशासन ने परिजनों को शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए कई बार मनाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन नहीं माने।
देर रात मृतक का भाई सोनू गांव पहुंचा, जिसके बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया। इस दौरान गांव छावनी में तब्दील हो गया, वहां भारी पुलिस बल तैनात रहा। शनिवार को शवों को अंतिम संस्कार के लिए गोला गंगा घाट ले जाया गया। वहां राज्य के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मृतकों के परिजनों से बातचीत की। घाट पर मौजूद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राज्य इकाई के अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने कहा कि अगर पुलिस समय रहते काररवाई करती तो यह घटना नहीं होती।
पुलिस ने घटना के आरोपित चंदन वर्मा को शुक्रवार रात नोएडा में एक टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार किया था, वह दिल्ली भागने की फिराक में था। मामले की जांच के क्रम में पुलिस ने बताया कि शिक्षक की पत्नी पूनम ने चंदन पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था और उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी।