हैदराबाद, 21 अगस्त। तेलंगाना में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष, मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) के बेटे और राज्य सरकार के मंत्री केटी रामाराव ने देश के गृह मंत्री अमित शाह पर रविवार को तंज कसते हुए कहा कि एक क्रिकेटर के पिता तेलंगाना का दौरा कर रहे हैं। राव की यह परोक्ष टिप्पणी अमित शाह के मुनुगोड़े की जनसभा सहित राज्य भाजपा द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के संदर्भ में थी।
के. रामा राव ने कहा कि तेलंगाना आने वाले गणमान्य अतिथि एक सज्जन के लिए अभियान चलाएंगे, जिसका भाई एक सांसद है। केटीआर ने यह बात मुनुगोडे विधानसभा क्षेत्र से इस्तीफा देने वाले राजगोपाल रेड्डी के संबंध में कही, जो हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं और जब उपचुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
केटीआर ने अपने ट्वीट में अमित शाह को घेरते हुए कहा, ‘वह एक ऐसे क्रिकेटर के पिता हैं, जो रैंकों से उपर उठकर अपनी योग्यता के आधार पर बीसीसीआई सचिव बने हैं। आज वह तेलंगाना का दौरा कर रहे हैं और एक ऐसे सज्जन के लिए प्रचार करेंगे, जिनका एक भाई सांसद है और जिनकी पत्नी एमएलसी चुनाव लड़ चुकी हैं और वो परिवारवाद पर व्याख्यान देकर हम लोगों का ज्ञानवर्धन करेंगे।’
The father of an “Ace cricketer” who rose through the ranks & became BCCI Secretary (purely on merit) is visiting Telangana today
He will campaign for a gentleman whose brother is an MP & whose wife was an MLC contestant
And he will lecture & enlighten us on Parivarvad 👏🤦♂️
— KTR (@KTRTRS) August 21, 2022
एक अन्य ट्वीट में केटीआर ने कहा कि तेलंगाना के लोग अमित शाह से सुनना चाहते हैं कि गुजरात सरकार ने बिलकिस बानो मामले में दोषियों को रिहा करने का फैसला क्यों किया। माननीय प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से जो उपदेश दिया, बलात्कार को लेकर दी जा रही सफाई उसके उलट है। क्या गुजरात सरकार पीएम साहब को गंभीरता से नहीं ले रही है?
Dear HM @AmitShah Ji,
People of Telangana are very keen to hear from you on why your Govt decided to release “Sankari Rapists” of #BilkisBano
Balathkar Justification is against what Hon’ble PM preached from the ramparts of Red Fort
Is Gujarat Govt not taking PM sir seriously?
— KTR (@KTRTRS) August 21, 2022
ताजा सर्वे में सत्ताधारी टीआरएस के वोट शेयर में 8 फीसदी तक गिरावट की आशंका
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक के बाद तेलंगाना विजय का लक्ष्य बना रही है। इसी क्रम में कुछ महीनों पहले भाजपा कार्यकारिणी की बैठक भी तेलंगाना में ही आयोजित की गई थी। इस बीच बीते जुलाई में आए तेलंगाना के एक चुनावी सर्वेक्षण ने सत्ताधारी टीआरएस को परेशानी में डाल दिया है। एएआरएए पोल स्ट्रैटेजिज प्राइवेट लिमिटेड के उस सर्वे में बताया गया था कि अगर आज तेलंगाना में चुनाव होते हैं तो टीआरएस के वोट शेयर में आठ फीसदी तक की कमी आ सकती है जबकि भाजपा के वोट शेयर में संभावित बढ़ोतरी हो सकती है।
मौजूदा हालात में भाजपा के वोट शेयर में हो सकता है 23.5 फीसदी का इजाफा
यही कारण है कि केसीआर की पार्टी टीआरएस और भाजपा इस समय आमने-सामने नजर आ रहे हैं। तेलंगाना विधानसभा के पिछले चुनाव में भाजपा को महज 6.93 फीसदी वोट मिले थे। लेकिन मौजूदा हालात में उसके वोट शेयर में 23.5 फीसदी का इजाफा हो सकता है। केसीआर की सबसे बड़ी चुनौती यह है कि वह किसी तरह भाजपा को अपने राज्य में रोकें, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के शीर्ष नेता लगातार तेलंगाना दौरा कर रहे हैं और वहां की जनता को अपने पक्ष में लाने का कड़ा प्रयास कर रहे हैं।