नई दिल्ली, 16 दिसंबर। रामलीला और कुम्भ मेले के बाद अब कोलकाता की दुर्गा पूजा को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल किया गया है। फ्रांसीसी राजधानी पेरिस में बुधवार को हुई यूनेस्को की अंतर सरकारी समिति की 16वीं बैठक में यह फैसला किया गया।
नवरोज, योग, रामलीला और कुम्भ मेले को पहले ही मिल चुकी है सूची में जगह
यूनेस्को की अंतर सरकारी समिति ने सीमांत समूहों और महिलाओं सहित उपेक्षित लोगों को इस कार्यक्रम में शामिल करने के लिए दुर्गापूजा की सराहना की है। ज्ञातव्य है कि इससे पहले इस लिस्ट में 2016 में नवरोज और योग को भी शामिल हो चुके हैं। 2008 में रामलीला और 2017 में कुम्भ मेले ने भी इस लिस्ट में अपनी जगह बनाई है।
📢Durga Puja in #Kolkata has just been inscribed on the #IntangibleHeritage list!
Inscriptions to the Representative List are one of the several ways by which #UNESCO advocates the promotion and safeguarding of intangible cultural heritagehttps://t.co/rpVdNJgLIb #LivingHeritage pic.twitter.com/FBKiRaRbio
— UNESCO New Delhi (@unesconewdelhi) December 15, 2021
गौरतलब है कि यूनेस्को ने 2008 में इस अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की लिस्ट तैयार की थी, इस पर यूनेस्को का यह कहना था कि वह दुनियाभर की कुछ खास अमूर्त सांस्कृतिक विरासतों को इस सूची के द्वारा लोगों को अवगत कराएगा। यूनेस्को के इस लिस्ट में शामिल होने के लिए दुनियाभर से प्रस्ताव आते हैं, लेकिन इस बार दुर्गा पूजा ने बाजी मारी और इस लिस्ट में वह अपनी जगह बनाने में कामयाब रही।
पब्लिक परफॉर्मेंस के सबसे अच्छे उदाहरण दुर्गा पूजा – यूनेस्को
यूनेस्को ने अपनी वेबसाइट पर इसकी जानकारी देते हुए कहा, ‘दुर्गा पूजा को धर्म और कला के पब्लिक परफॉर्मेंस के सबसे अच्छे उदाहरण के साथ-साथ सहयोगी कलाकारों और डिजाइनरों के लिए एक बड़े मौके के रूप में देखा जाता है। दुर्गा पूजा के दौरान, वर्ग, धर्म और जातीयता का विभाजन टूट जाता है।’
पीएम मोदी बोले – यह प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और खुशी का मौका
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट संदेश में कहा कि यह प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और खुशी का मौका है। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा भारतीय परंपराओं और लोकाचार को प्रस्तुत करती है। उन्होंने कहा कि कोलकाता की दुर्गा पूजा एक ऐसा अनुभव है, जो हर किसी के पास होना चाहिए।
প্রত্যেক ভারতীয়ের জন্য গর্ব ও আনন্দের বিষয়! দুর্গাপূজা আমাদের সাংস্কৃতিক ও আত্মিক বৈশিষ্ট্যর শ্রেষ্ঠ দিকগুলিকে তুলে ধরে। আর, কলকাতার দুর্গাপূজার অভিজ্ঞতা প্রত্যেকের থাকা উচিৎ। https://t.co/DdRBcTGGs9
— Narendra Modi (@narendramodi) December 15, 2021
केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि यह भारत की समृद्ध विरासत, संस्कृति, रीति-रिवाजों और प्रथाओं के संगम की मान्यता है तथा स्त्री देवत्व और नारीत्व की भावना का उत्सव है।
Two minutes of silence for @AmitShah and all the tall leaders at @BJP4India who, during their pre-election political tours, HILARIOUSLY CLAIMED that DURGA PUJA IS NOT CELEBRATED IN WEST BENGAL.
Your BIGOTRY and HOAX has been BUSTED, you stand EXPOSED YET AGAIN! https://t.co/MvBpgq3eVj
— Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) December 15, 2021
टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने सरकार पर कसा तंज
वहीं तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने अपनी खुशी जाहिर की है। उन्होंने ट्वीट कर यूनेस्को के इस फैसले का स्वागत किया और तंज कसते हुए सरकार को भी घेरा।