गाजियाबाद, 30 जून। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले सात माह से भी ज्यादा समय से आंदोलनरत किसानों की बुधवार को दिल्ली व उत्तर प्रदेश के बीच गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं से झड़प हो गई, जो वहां पार्टी के एक नेता अमित वाल्मीकि के स्वागत में खड़े थे।
भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि किसानों ने बड़ी संख्या में मौजूद गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए और कार्यकर्ताओं पर तलवार, भाले व लाठी-डंडों से किसानों ने हमला किया। वहीं दूसरी तरफ किसान नेता इसे भाजपा की साजिश बता रहे हैं। बहरहाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भाजपा के काफिले को रवाना किया।
भाजपा का आरोप : किसानों ने बड़ी संख्या में वाहनों के शीशे तोड़े
भाजपा महानगर महिला उपाध्यक्ष रनीता सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री अमित वाल्मीकि बुधवार सुबह गाजियाबाद आए तो उनका स्वागत करने के लिए पार्टी कार्यकर्ता गाजीपुर सीमा पर मौजूद थे। उनमें महिला कार्यकर्ता भी शामिल थीं। लेकिन वहां धरने पर बैठे किसानों ने अचानक हंगामा शुरू कर दिया और मौजूद कार्यकर्ताओं पर लाठी-डंडों और तलवार-भाले आदि हथियारों से हमला कर दिया।
रनीता सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर यहां कुछ गुंडे बैठे हुए हैं, जिन्होंने इस घिनौनी हरकत को अंजाम दिया है। उन्होंने इन सभी आरोपितों के खिलाफ थाने में तहरीर दी है और सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश कर रही भाजपा
दूसरी तरफ किसान नेता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि भाजपा किसानों के आंदोलन को बदनाम करने का प्रयास कर रही है। किसानों ने उनके साथ कोई मारपीट नहीं की और न ही किसी की गाड़ी तोड़ी है। इसके विपरीत वहां मौजूद कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने खुद ऐसा किया है। जो लोग किसानों पर आरोप लगा रहे हैं, उन्होंने ही यह सब किया है। जगतार ने भी उनके खिलाफ थाने जाकर तहरीर देने की बात कही।