किन्नौर/नई दिल्ली, 12 अगस्त। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में बुधवार को भूस्खलन के बाद हुए भयावह हादसे में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 14 घायलों का इलाज चल रहा है। हादसे के बाद अब भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है और आईटीबीपी व सेना सहित अन्य एजेंसियां राहत-बचाव कार्य में लगी हुई हैं।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गुरुवार को किन्नौर का हवाई सर्वे किया और वहां जारी रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। हालांकि दिन में कुछ देर के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा था क्योंकि पहाड़ से लगातार पत्थर गिर रहे हैं।
जयराम ठाकुर ने बताया कि हादसे में मरने वालों की संख्या 15 हो गई है। अब तक इतने शव बरामद कर लिए गए हैं। अब तक 14 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, जिनका इलाज चल रहा है। अब भी कई लोगों की तलाश की जा रही है। हादसे में करीब 50 लोगों के फंसे/दबे होने की आशंका थी।
आईटीबीपी को गहराई में दिखा बस का बचा टुकड़ा
इस बीच आईटीबीपी ने बयान दिया है कि गहराई में से बस का बचा हुआ टुकड़ा उन्हें देखने को मिला है, वहां से भी एक शव को बरामद किया गया है। आईटीबीपी के अलावा, स्थानीय अधिकारी, सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) बचाव कार्यों में शामिल हैं।
ज्ञातव्य है कि किन्नौर में लैंडस्लाइड होने के कारण एक ट्रक, एक राज्य रोडवेज बस और अन्य वाहन राज्य की राजधानी से लगभग 180 किलोमीटर दूर, निगुलसारी के पास शिमला-रिकांग पियो राजमार्ग पर 60 से 70 मीटर की दूरी के बीच हुए भूस्खलन में दब गए थे।
हिमाचल सड़क परिवहन निगम की बस रिकांग पियो से शिमला होते हुए हरिद्वार जा रही थी। भूस्खलन हादसे में बचे एक व्यक्ति ने बताया, ‘आपदा से ठीक पहले कुछ पत्थर लुढ़कने लगे। परेशानी को भांपते हुए मैं दूसरी तरफ भागा और खुद को बचाने में कामयाब रहा।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह ने इस हादसे के बाद राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फोन पर बात की थी और मदद का भरोसा दिया था।