चंडीगढ़, 30 मार्च। पिछले एक पखवारे से ज्यादा समय से पंजाब पुलिस की पकड़ से बाहर खालिस्तानी समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख अमृतपाल सिंह ने गुरुवार को ऑडियो के बाद एक वीडियो भी जारी कर चुनौती दी है कि वह भगोड़ा नहीं है और सरकार से डरता भी नहीं है।
पंजाब पुलिस ने हालांकि होशियारपुर के कई गावों में अमृतपाल की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया और अमृतसर समेत राज्य के कई शहरों में नाकाबंदी कर इस इंतजार में रही कि अमृतपाल किसी भी वक्त सरेंडर कर सकता है। लेकिन पहले ऑडियो और फिर वीडियो जारी कर अमृतपाल ने पंजाब पुलिस को चुनौती दे डाली। नए वीडियो में अमृतपाल ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, ‘मैं भगोड़ा नहीं हूं, मैंने अपने बाल नहीं कटवाए हैं। मैं पंजाब सरकार से नहीं डरता।’
पंजाब सरकार ने कहा – हिरासत में लिए गए 360 लोगों में से 348 रिहा
वहीं पहले पंजाब सरकार ने सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था अकाल तख्त को बताया है कि कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के खिलाफ पुलिस काररवाई के दौरान हिरासत में लिए गए 360 लोगों में से 348 को अब रिहा कर दिया गया है।
ऑडियो में जत्थेदार से सरबत खालसा बुलाने का आग्रह किया
इससे पहले अमृतपाल ने ऑडियो मैसेज में कहा था, ‘मैंने जत्थेदार से सरबत खालसा बुलाने का आग्रह किया है। सरबत खालसा बुलाओ और साबित करो कि तुम जत्थेदार हो।’ सिख निकाय पर दबाव बनाते हुए उसने कहा, ‘अगर हम आज भी राजनीति करने जा रहे हैं, वही काम कर रहे हैं, जो हम पहले करते थे, तो भविष्य में जत्थेदार होने का क्या मतलब है।’ अमृतपाल ऑडियो में कथित तौर पर यह भी कह रहा है कि गिरफ्तारी के लिए उसने कोई शर्त नहीं रखी है। इस बारे में कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं।
बुधवार को जारी वीडियो की जांच में पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे
उधर, अमृतपाल की ओर से बुधवार को जारी वीडियो की जांच में पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे। पुलिस के अनुसार, यह वीडियो 28 मार्च को नेपाल के साथ सटे उत्तर प्रदेश के इलाके में शूट किया गया था। वीडियो को देश के बाहर से ब्रॉडकास्ट किया गया। पुलिस ने तीन आईपी एड्रेस की पहचान की है। ये कनाडा, यूके और दुबई से हैं। इन्हीं देशों से वीडियो को इंटरनेट पर डाला गया था।
होशियारपुर के गांव में ड्रोन तैनात
दूसरी तरफ पंजाब पुलिस ने अमृतपाल को पकड़ने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत होशियारपुर जिले के एक गांव में गुरुवार को ड्रोन तैनात किया, जहां दो दिन पहले कुछ संदिग्धों ने पुलिस की ओर से पीछा किए जाने के बाद अपनी कार छोड़ दी थी। सूत्रों के मुताबिक मरनैन गांव और उसके आस-पास तैनात पुलिसकर्मी भी कट्टरपंथी अमृतपाल की तलाश में वाहनों की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने इलाके में अपना तलाशी अभियान फिर से शुरू किया और गांव में एक ड्रोन तैनात किया। हालांकि, इस पर पुलिस विभाग की ओर से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है।