अमृतसर, 6 जून। पंजाब में अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर में ऑपरेशन ब्लू स्टार की 39वीं बरसी पर चल रहा अखंड पाठ पूरा हो गया है। इस दौरान जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कौम के नाम संदेश भी दिया, तभी समर्थकों ने भिंडरावाले के पोस्टर हाथ में लिए खालिस्तानी नारे लगाने शुरू कर दिए। नारेबाजी देख जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि सभी सिखों को श्री अकाल तख्त साहिब के अंतर्गत इकट्ठा होने की जरूरत है। अगर वो इक्ट्ठा हुए तो सरकार को भी झुका सकते है।
जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह का संदेश
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने संदेश देते हुए कहा, ‘सरकार ने जो घाव दिए हैं, उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकेगा, ये घाव बहुत गहरे हैं और कभी नहीं भरेंगे। सरकारों से कोई अपेक्षा रखना ठीक नहीं है। हमारे इतिहास में ऐसे कई उदाहरण हैं, जिनमें गुरुओं ने कहा है कि शासन करना मूर्खता है। ऐसा नहीं है कि हमारी शक्ति कम है बल्कि हमारी शक्ति बिखरी हुई है। 1984 के बाद हम आते हैं, झुकते हैं और चले जाते हैं, लेकिन आज हमें मतभेदों से दूर होने की जरूरत है।’
जत्थेदार ने कहा, ‘आज हमारी कई संस्थाएं सरकारी हाथों में चली गई हैं। आज यहां सारा पंथ जमा है, मैं आपसे कहूंगा कि हम सब इकट्ठे हो जाएं, सरकारें हमें न्याय क्यों नहीं देतीं। ज्यादा से ज्यादा प्रचारकों से मेरी गुजारिश है कि कारवां गांवों में जाए। आज हमारी शक्ति के बारे में कई तरह से भविष्यवाणी की जा रही है। हम उन्हें बताएं कि हमारा असली घर श्री अकाल तख्त साहिब है। हम दुआ करेंगे तो यहां सरकार ला सकते हैं। आज हम आर्थिक रूप से पिछड़ रहे हैं।’
‘1984 का वर्दांत हमें करता है मजबूत’
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कौम के नाम संदेश देते हुए कहा, ‘1984 का वर्दांत हमें और मजबूत करता है। 1984 का वर्दांत हमें जितना ज्यादा याद करवाया जाएगा, हम उतने ही मजबूत होते जाएंगे।’ उन्होंने कहा कि ब्लू स्टार ऑपरेशन के दौरान मारे गए सिखों के परिवारों को सम्मानित किया जाएगा।
गौरतलब है कि स्वर्ण मंदिर में ऑपरेशन ब्लू स्टार की 39वीं बरसी पर आज सुबह से सिख श्रद्धालु इकट्ठा होना शुरू हो गए थे। इस दौरान कुछ लोगों के हाथों में 1984 में हुए ब्लू स्टार ऑपरेशन की तस्वीरें थीं। वहीं कुछ शांतिमय ढंग से खालिस्तान की मांग के पोस्टर भी लिए हुए थे। हालांकि ब्लू स्टार ऑपरेशन का विरोध करने वाले सभी लोगों की वीडियो रिकॉर्डिंग की जा रही है।
पुलिस, कमांडो व अर्ध-सैनिक बल तैनात
स्वर्ण मंदिर के बाहर पुलिस, कमांडो और अर्ध सैनिक बलों की टीमें तैनात की गई है। इसके अलावा स्वर्ण मंदिर के भी पुलिस सादे कपड़ों में तैनात की गई है। वहीं राज्य के हर जिले में अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है।