लंदन, 5 जुलाई। ब्रिटेन में 14 वर्षों तक चले कंजर्वेटिव शासन के बाद अंततः सत्ता परिवर्तन हुआ और आम चुनावों में शानदार जीत से लेबर पार्टी की वापसी के साथ किएर स्टार्मर ने शुक्रवार को आधिकारिक तौर पर देश के 58वें प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभाल लिया।
‘आपने लेबर को भले वोट नहीं दिया, लेकिन मेरी सरकार आपकी सेवा करेगी‘
61 वर्षीय स्टार्मर ने 10, डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर अपने पहले संबोधन में एकता, सेवा और ‘राष्ट्रीय नवीनीकरण’ के वादे के साथ सार्वजनिक सेवा के महत्व एवं राजनीति की परिवर्तनकारी शक्ति पर जोर दिया। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा, ‘चाहे आपने लेबर पार्टी को वोट दिया हो या नहीं – वास्तव में, खासकर अगर आपने नहीं दिया हो – मैं आपसे सीधे कहता हूं, मेरी सरकार आपकी सेवा करेगी।’ बीबीसी के अनुसार उन्होंने टिप्पणी की – ‘राजनीति अच्छे के लिए एक ताकत हो सकती है। हम यह दिखाएंगे।’
🤝 The King received in Audience The Rt Hon Sir Keir Starmer MP today and requested him to form a new Administration.
Sir Keir accepted His Majesty's offer and was appointed Prime Minister and First Lord of the Treasury. pic.twitter.com/g1TwdPObbD
— The Royal Family (@RoyalFamily) July 5, 2024
‘इसमें कोई संदेह नहीं कि परिवर्तन का काम तुरंत शुरू हो जाएगा‘
स्टार्मर ने राष्ट्रीय परिवर्तन की क्रमिक प्रकृति को रेखांकित किया और विश्व की अस्थिरता को स्वीकार करते हुए कहा, ‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि परिवर्तन का काम तुरंत शुरू हो जाएगा, इसमें कोई संदेह नहीं है कि हम ब्रिटेन का पुनर्निर्माण करेंगे…।” उन्होंने ब्रिटेन की जनता से ‘अवसर के बुनियादी ढांचे… ईंट दर ईंट’ का पुनर्निर्माण करने का वादा किया।
Live from Downing Street: Watch my first speech as Prime Minister https://t.co/t2fQjytLBH
— Keir Starmer (@Keir_Starmer) July 5, 2024
निर्वतमान पीएम ऋषि सुनक के प्रति जताया आभार
बकिंघम पैलेस में किंग चार्ल्स III से मिलने के बाद, स्टार्मर ने अपनी पत्नी विक्टोरिया के साथ निवर्तमान प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के प्रति आभार व्यक्त किया। पहले ब्रिटिश एशियाई प्रधानमंत्री के रूप में सुनक की ऐतिहासिक उपलब्धि को स्वीकार करते हुए, स्टार्मर ने कहा, ‘किसी को भी उनकी उपलब्धि को कम करके नहीं आंकना चाहिए।’
‘सुनक की ऐतिहासिक उपलब्धि को कोई भी कम करके नहीं आंक सकता‘
लेबर पार्टी के नेता ने ‘रीसेट’ की आवश्यकता पर जोर दिया, चुनौतियों से निबटने में राष्ट्र की ताकत की ओर इशारा किया और राजनेताओं से देश को ‘शांत जल’ की ओर ले जाने का आह्वान किया। लाखों लोगों द्वारा सामना की जा रही आर्थिक असुरक्षा को संबोधित करते हुए, स्टार्मर ने वचन दिया, ‘मैं उन लोगों से बहुत स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं – इस बार नहीं।’