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फिर थमी केदारनाथ यात्रा : बारिश के बीच सोनप्रयाग व गौरीकुंड के बीच भूस्खलन, रोके गए सैकड़ों यात्री

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रुद्रप्रयाग, 29 जुलाई। पहाड़ों में आफत की बारिश लगातार जारी है। बारिश और भूस्खलन के कारण ही आम जनजीवन के साथ ही केदारनाथ धाम की यात्रा बार-बार प्रभावित हो रही है और धाम आने-जाने वाले तीर्थ यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी क्रम में बारिश के बीच भूस्खलन के कारण सोनप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग फिर बंद कर दिया गया है, जिस कारण यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है।

वस्तुतः बारिश के कारण केदारनाथ यात्रा मार्ग के सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच राजमार्ग जानलेवा बना हुआ है तो गौरीकुंड-केदारनाथ के बीच 19 किमी पैदल मार्ग भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो रहा है, जिस कारण तीर्थयात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

दोनों तरफ रोके गए यात्री

इस बीच मंगलवार शाम सोनप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग, गौरीकुंड के निकट भारी भूस्खलन होने के कारण बंद हो गया, जिसके बाद यात्रा भी रोकी गई है। इस कारण केदारनाथ धाम से लौटने वाले श्रद्धालुओं को गौरीकुंड में रोका गया है जबकि केदारनाथ धाम जाने वाले श्रद्धालुओं को सोनप्रयाग में रोक दिया गया है।

बोल्डरों को हटाने के बाद ही तीर्थयात्रियों को केदारनाथ धाम भेजा जाएगा

तीर्थयात्रियों के लिए हालांकि यात्रा पड़ावों में रहने और खाने की समुचित व्यवस्थाएं की गई हैं जबकि सुरक्षा जवान भी हरसंभव मदद में जुटे हुए हैं। बुधवार को सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच गिरे बोल्डरों को साफ करने के बाद ही तीर्थयात्रियों को केदारनाथ धाम भेजा जाएगा।

बारिश के कारण रुक-रुककर गिर रहे बोल्डर

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण गौरीकुंड से सोनप्रयाग की ओर करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ी से सड़क पर बोल्डर्स और मलबा आने से मार्ग पूरी तरह से आवागमन को लेकर बाधित हो गया है। यहां पर रुक-रुककर बोल्डर गिर रहे हैं, जिस कारण केदारनाथ धाम से लौट रहे तीर्थयात्रियों को गौरीकुंड में रोका गया है। संबंधित कार्यदायी संस्था के स्तर से मौके पर जेसीबी भिजवाकर काररवाई की जा रही है। सुरक्षा के दृष्टिगत दोनों तरफ से पुलिस बल मौके पर मौजूद है।

5 किमी का मार्ग खतरनाक

उन्होंने बताया कि केदारनाथ यात्रा मार्ग के सोनप्रयाग-गौरीकुंड पांच किमी मार्ग के बीच आवागमन खतरनाक बना हुआ है जबकि गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग के जगह-जगह भी भूस्खलन हो रहा है। ऐसे में लोनिवि व एनएच विभाग के साथ प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ जुटा हुआ है और देश-विदेश से केदारनाथ धाम पहुंच रहे श्रद्धालुओं की हरसंभव मदद की जा रही है।

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