हैदराबाद, 10 जून। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कोयला और ऊर्जा क्षेत्र में कथित रूप से निजीकरण के केंद्र के कदम को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है। मंचेरियाल में नए एकीकृत जिलाधिकारी कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने राज्य द्वारा संचालित खदान सिंगरेनी कोलियरीज में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी ‘‘बेचने’’ को लेकर कांग्रेस पर भी हमला किया। सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) एक सरकारी कोयला खनन कंपनी है, जिसका स्वामित्व 51:49 शेयर के आधार पर संयुक्त रूप से तेलंगाना सरकार और भारत सरकार के पास है।
उन्होंने कहा कि निजाम युग के दौरान स्थापित सिंगरेनी कोलियरीज तेलंगाना की है। राव ने कहा कि सिंगरेनी कोलियरीज का कारोबार 2014 में 11,000 करोड़ रुपये से बढ़कर (जब तेलंगाना का गठन हुआ और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सत्ता में आई) 33,000 करोड़ रुपये हो गया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस जब सत्ता में थी तो उसने कर्ज चुकाने में विफल रहने के बाद सिंगरेनी कोलियरीज में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी केंद्र को बेच दी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार कोयला खदानों के निजीकरण की बात कर रही है और सिंगरेनी कोलियरीज को ‘‘डुबा’’ रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘आपको आश्चर्य होगा अगर (मैं) आपको इसके पीछे का ‘गोलमाल’ बताऊं। देश में कोयले की कोई कमी नहीं है। सिंगरेनी, पूर्वी कोलफील्ड्स, पश्चिमी कोलफील्ड्स सभी को मिलाकर 361 अरब टन कोयला देश को मिलता है और लोगों के लिए उपलब्ध है।’’ राव ने कहा, ‘‘लेकिन, देश में क्या हो रहा है? जब देश में 361 अरब टन कोयले का भंडार है, तो वे कहते हैं कि हम बिजली, कोयला खदानों का निजीकरण करेंगे और बिजली से संबंधित नौकरियों को बंद कर देंगे तथा सिंगरेनी को निजी लोगों को सौंप देंगे। यह कैसी खराब नीति है? देश में क्या हो रहा है?’’