मंगलुरु , 6नवंबर। कर्नाटक के मंगलुरु पिलिकुला बायोलॉजिकल पार्क में पशु विनिमय कार्यक्रम के तहत उड़ीसा के नंदनकानन चिड़ियाघर से सात नए जानवर लाए गए हैं। पार्क के इन नए मेहमानों में एक एशियाई शेर, एक भेड़िया, दो घड़ियाल मगरमच्छ, एक सिल्वर फीजेंट, और दो पीले-गोल्डन फीजेंट शामिल हैं। इसके बदले में, पिलिकुला बायोलॉजिकल पार्क ने नंदनकानन चिड़ियाघर को एक जंगली कुत्ता, चार रेटिकुलेटेड अजगर, दो ब्राह्मणी चील, तीन एशियाई पाम सिवेट और दो बड़े बगुले भेजे हैं।
नए पशु-पक्षियों को 15 दिनों की क्वारंटाइन अवधि में रखा जाएगा
पिलिकुला बायोलॉजिकल पार्क के निदेशक एच. जयप्रकाश भंडारी ने बताया, “नए आए जानवरों, सरीसृपों और पक्षियों को 15 दिनों की क्वारंटाइन अवधि में रखा जाएगा, जहां उन्हें जरूरी टीके और उपचार दिए जाएंगे, ताकि वे नए वातावरण में आसानी से ढल सकें। इस अवधि के बाद, जनता इन अद्भुत प्राणियों को देख सकेगी।”
पशु विनिमय कार्यक्रम का उद्देश्य अकेले रहने वाले जानवरों को साथी प्रदान करना और वंश को संरक्षित करना है। पिलिकुला चिड़ियाघर में पहले से तीन शेर हैं, और एक नर एशियाई शेर साथी के रूप में नंदनकानन चिड़ियाघर से लाया गया है। चूंकि भारतीय चिड़ियाघरों में नर एशियाई शेरों की संख्या बहुत कम है, इसलिए इस शेर को उड़ीसा के नंदनकानन से लाया गया है। चिड़ियाघर में दुर्लभ जानवरों और पक्षियों को जोड़ने से पिलिकुला चिड़ियाघर की आय में काफी वृद्धि होगी, जिससे इसे स्वावलंबी रूप से चलाने में मदद मिलेगी।