नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय सेना के जवानों ने करगिल युद्ध के दौरान हिमालय की दुर्गम पहाड़ियों में अदम्य वीरता का परिचय देते हुए दुश्मन की सेना को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। अमित शाह ने कहा कि करगिल विजय दिवस सेना के बहादुर जवानों की वीरता के अटूट संकल्प का प्रतीक है।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”करगिल के युद्ध में वीर जवानों ने हिमालय की दुर्गम पहाड़ियों में पराक्रम की पराकाष्ठा का परिचय देते हुए दुश्मन की सेना को घुटने टेकने पर मजबूर किया और करगिल में पुन: तिरंगा लहराकर देश को गौरवान्वित किया।”
गृह मंत्री ने कहा कि भारतीय सैनिकों के त्याग, समर्पण व बलिदान को कृतज्ञ राष्ट्र कभी भुला नहीं पाएगा। शाह ने कहा, ”आज “करगिल विजय दिवस” पर इस युद्ध में अपने साहस से मातृभूमि की रक्षा करने वाले वीर जवानों को नमन करता हूं।”
भारतीय सेना ने लद्दाख में स्थित करगिल की बर्फीली चोटियों पर लगभग तीन महीने तक चले युद्ध में जीत हासिल करते हुए 26 जुलाई 1999 को ‘ऑपरेशन विजय’ की सफल समाप्ति का ऐलान किया था। पाकिस्तान पर भारत की जीत के उपलक्ष्य में इस दिन को ‘करगिल विजय दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।