नई दिल्ली, 29 सितम्बर। पंजाब कांग्रेस में मची उठापटक के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री व पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने एक बार फिर शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए कहा है कि अब तक राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना पार्टी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।
गुलाम नबी आजाद ने भी सोनिया गांधी को लिखा पत्र
कपिल सिब्बल ने इसके साथ ही शीर्ष नेतृत्व से कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुलाने की भी मांग उठाई है। इसी क्रम में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने भी कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कार्यसमिति की बैठक बुलाने की मांग की है।
‘पिछले साल लिखे पत्र के जवाब का अब तक कर रहे इंतजार’
सिब्बल ने बुधवार को आहूत एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सोनिया गांधी की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘मैं आपसे उन कांग्रेसियों की ओर से बोल रहा हूं, जिन्होंने पिछले साल अगस्त में कांग्रेस वर्किंग कमेटी और सेंट्रल इलेक्शन कमेटी को पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए पत्र लिखा था और हम अब तक इसका इंतजार कर रहे हैं।’
‘इंतजार की भी एक हद होती है, हम कब तक इंजतार करेंगे’
सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता सिब्बल ने कहा, ‘इंतजार की भी एक हद होती है। हम कब तक इंजतार करेंगे। हम सिर्फ एक मजबूत संगठनात्मक ढांचा चाहते हैं। कुछ बात होनी चाहिए। सीडब्ल्यूसी में किसी भी मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए। पंजाब के हालातों पर चर्चा होनी चाहिए। हम किसी के खिलाफ नहीं है। हम पार्टी के साथ हैं, लेकिन फैक्ट ये है कि हमारी पार्टी का कोई चुना हुआ अध्यक्ष नहीं है।’
‘इस सवाल का तार्किक उत्तर मिले – लोग हमें छोड़कर क्यों जा रहे’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘लोग हमें छोड़ रहे हैं। सुष्मिता जी चली गईं। फेलेरियो चले गए। सिंधिया चले गए। जितिन प्रसाद चले गए। केरल से सुधीरन चले गए। अब सवाल ये है कि लोग क्यों जा रहे हैं? एक तार्किक उत्तर होना चाहिए। वर्किंग कमेटी को इसपर संवाद करना चाहिए।’
कांग्रेस ही अकेली पार्टी है, जो देश को बचा सकती है
उन्होंने कहा, ‘हम वो नहीं हैं, जो पार्टी छोड़कर कहीं और चले जाएं। विडंबना यह है कि जिन्हें केंद्रीय नेतृत्व का करीबी माना जाता था, वो लोग पार्टी छोड़ रहे हैं। मैं उन नेताओं से आग्रह करता हूं कि वापस आएं क्योंकि कांग्रेस ही अकेली पार्टी है, जो देश को बचा सकती है।’
‘हम जी हूजुर 23 नहीं हैं, अपनी मांगों को दोहराते रहेंगे’
गौरतलब है कि कपिल सिब्बल उन 23 नेताओं में से हैं, जिन्होंने पिछली वर्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव कराने की मांग की थी। सिब्बल ने कहा, ‘हम जी हूजुर 23 नहीं हैं। अपनी मांगों को दोहराते रहेंगे। जी-23 पहले था। फिर कुछ लोग चले गए और अब वापस लोग इसमें आ रहे हैं।’