राजस्थान, 29 जून। उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल तेली की क्रूर हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। हर तरफ इस बर्बर घटना की निंदा हो रही है। देश के कई मुस्लिम संगठनों ने भी इसकी सार्वजनिक रूप से निंदा की है। केंद्र सरकार ने हत्या की जांच की जिम्मेदारी जहां एनआईए को सौंप दी है वहीं राजस्थान सरकार ने जांच के लिए एसआईटी गठित की है।
विवादित पोस्ट प्रचारित करने पर कन्हैया के खिलाफ दर्ज हुआ था मुकदमा
इस बीच जानकारी मिली है कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए भाजपा से निलंबित राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पोस्ट को प्रचारित करने के आरोप में कन्हैया लाल के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज हुई थी और उस मामले में कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उसे जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। और तो और स्थानीय थानेदार ने दोनों पक्षों में समझौता भी कराया था। फिलहाल आतताइयों ने अंततः कन्हैया की दिनदहाड़े गला रेतकर हत्या कर दी।
राज्य के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर हवा सिंह घुमरिया ने बताया कि 10 जून को कन्हैया लाल के खिलाफ एक रिपोर्ट दर्ज हुई थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि पैगंबर मोहम्मद पर जो आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी, उसे कन्हैया लाल ने आगे प्रचारित किया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कन्हैया लाल पर 15 जून को मुकदमा हुआ था और कोर्ट में पेशी के बाद उसी दिन उसे बेल मिल गई।
थानाध्यक्ष ने दोनों पक्षों में कराया था समझौता
हवा सिंह ने कहा कि जब कन्हैया बेल पर बाहर आया, उसके कुछ दिन बाद उसने अपनी जान पर खतरा बताते हुए कहा कि उसे जान से मारने की धमकी मिल रही है और उसने पुलिस से संरक्षण मांगा। इलाकाई थानाध्यक्ष ने तत्काल एक्शन लेते हुए कन्हैया लाल और उसे धमकी देने वालों के बीच बातचीत कर समझौता कराया। दोनों पक्षों ने लिखित सहमतिपत्र पर हस्ताक्षर किया कि उन दोनों के बीच जो भी मनमुटाव था, वो दूर हो गया है और एक लिखित रिपोर्ट भी दी गई, जिसके बाद पुलिस ने आगे कोई काररवाई नहीं की। फिलहाल पुलिस ने वारदात के दोनों आरोपितों – गौस मोहम्मद और मो. रियाज को मंगलवार को ही गिरफ्तार कर चुकी है।
कन्हैया लाल का हुआ अंतिम संस्कार, बेटे ने दी मुखाग्नि
इस बीच पुलिस ने कन्हैया लाल के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। बुधवार को अशोक नगर श्मशान घाट पर कन्हैया लाल की अंत्येष्टि कर दी गई। बड़े बेटे ने पिता को मुखाग्नि दी।