कोलकाता, 3 मार्च। पश्चिम बंगाल की राजनीति में जारी घमासान के बीच कलकत्ता हाई कोर्ट के जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने इस्तीफे का एलान कर दिया है। जस्टिस गंगोपाध्याय पांच मार्च को इस्तीफा देकर राजनीति में कदम रखेंगे। अपने इस्तीफे का एलान करते हुए उन्होंने कहा कि यदि राजनीति में मौका मिलेगा तो वह जोर आजमा सकते हैं।
सोमवार को होगा आखिरी वर्किंग डे
जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने एक इंटरव्यू में कहा कि चार मार्च उनका आखिरी वर्किंग डे होगा। वह कलकत्ता हाई कोर्ट में एलॉट किए गए मामलों की सुनवाई पूरी करेंगे और फिर इस्तीफा देंगे।गंगोपाध्याय ने कलकत्ता हाई कोर्ट के जस्टिस के तौर पर शिक्षक भर्ती घोटाला सहित कई मामलों में फैसला सुनाकर सुर्खियां बटोरी थीं।
इंटरव्यू के दौरान किया इस्तीफे का एलान
जस्टिस अभिजीत सोमवार को हाथ में आए मामलों को देखेंगे। इसके बाद वह मंगलवार यानी पांच मार्च को राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा भेजेंगे। जब गंगोपाध्याय से पूछा गया कि क्या आप लोकसभा चुनाव में खड़े हो रहे हैं? इस पर न्यायाधीश ने कहा, ‘ मैं किसी राजनीतिक पार्टी में शामिल हो सकता हूं, यदि वे मुझे टिकट देते हैं।’ फिलहाल गंगोपाध्याय के फैसले के एलान पर राज्य की राजनीति गरमा गई है।
टीएमसी पर बोला हमला
जस्टिस गंगोपाध्याय से इस्तीफे का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मौजूदा सत्ताधारी पार्टी (TMC) के कई लोगों ने मुझे चुनौती दी है। उन्होंने मुझे यह निर्णय लेने के लिए मजबूर किया। मैं इसके लिए सत्तारूढ़ दल को बधाई देना चाहता हूं।’ यदि गंगोपाध्याय बीजेपी से जुड़ते हैं तो टीएमसी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
जस्टिस गंगोपाध्याय ने सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पार्टी का नाम लिए बगैर कहा कि सरकार के शासन में खूब भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने ऐसे वक्त पर अपने इस्तीफे का एलान किया है, जब टीएमसी पहले ही भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर बीजेपी के निशाने पर है।
टीएमसी भड़की, कांग्रेस ने किया स्वागत
इस बीच जस्टिस गंगोपाध्याय के एलान पर टीएमसी के राज्य प्रवक्ता देबांग भट्टाचार्य ने कहा, ‘हम लंबे समय से कह रहे हैं कि वह एक राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता हैं। हमें सही साबित करने के लिए हम आज उन्हें धन्यवाद देते हैं।’ वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी गंगोपाध्याय का स्वागत करेगी। चौधरी ने कहा, ‘ वह भ्रष्टाचार के खिलाफ एक योद्धा हैं। यदि वह कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं तो हम उनका गर्मजोशी से स्वागत करेंगे। वह एक फाइटर हैं। यदि वह बीजेपी में शामिल होते हैं, तो वैचारिक रूप से हम उनका समर्थन नहीं कर सकते।’ चौधरी ने एक बार कहा था कि वह चाहेंगे कि गंगोपाध्याय पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री बनें।