रांची, 11 नवंबर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन पर राज्य को रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए ‘धर्मशाला’ में तब्दील कर देने का आरोप लगाया। आदित्यनाथ ने कहा कि माफिया, पत्थरबाजों और त्योहारों में अराजकता फैलाने वालों और व्यवधान पैदा करने वालों से ‘निपटने’ के लिए झारखंड में ‘डबल इंजन’ की सरकार की जरूरत है।
उन्होंने गढ़वा के भवनाथपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए दावा किया, ‘‘झारखंड रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए ‘धर्मशाला’ में तब्दील हो गया है, जिन्हें अराजकता फैलाने के लिए खुली छूट दे दी गई है।’’ उन्होंने लोगों से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा कि अगर वे विभाजित हुए तो उनका सफाया हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘बंटेंगे तो कटेंगे। एक रहेंगे तो सेफ (सुरक्षित) रहेंगे।’’
आदित्यनाथ ने आरोप लगाया कि झारखंड में झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार ने भ्रष्टाचार, अराजकता और प्राकृतिक संसाधनों की लूट को बढ़ावा दिया। सोरेन परिवार, लालू प्रसाद के परिवार और गांधी परिवार की ओर इशारा करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि रांची, पटना और दिल्ली के तीन परिवार अपने ही विकास के लिए लूट और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
आदित्यनाथ ने आरोप लगाया, ‘‘झामुमो नीत शासन के तहत प्राकृतिक संपदा को लूटा जा रहा है, मजदूर झारखंड से पलायन करने को मजबूर हैं और किसान आत्महत्या कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर ‘पत्थरबाजों और माफियाओं को यमराज के घर तक टिकट देने’ के लिए झारखंड में ‘डबल इंजन’ की सरकार की जरूरत है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘झारखंड में झामुमो नीत शासन में लोगों को शांतिपूर्वक त्योहार नहीं मनाने दिए जा रहे हैं।’’ उन्होंने दावा किया कि भाजपा ‘एकमात्र’ ऐसी पार्टी है जो देश की सुरक्षा और गौरव, महिला सशक्तीकरण और युवाओं को रोजगार की गारंटी दे सकती है। झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए 13 और 20 नवंबर को मतदान होना है जबकि मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।