जमशेदपुर, 23 अगस्त। कार्यस्थलों पर सुरक्षा की मांग को लेकर जूनियर चिकित्सकों के आंदोलन के बीच झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि राज्य सरकार जल्द ही विधानसभा में चिकित्सा सुरक्षा विधेयक लाएगी। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है।
झारखंड सहित देश भर के चिकित्सक कोलकाता में एक महिला स्नातकोत्तर प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और हत्या की घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उच्चतम न्यायालय की अपील के बाद रांची स्थित सरकारी राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) के जूनियर डॉक्टरों ने स्नातकोत्तर प्रशिक्षु चिकित्सक की हत्या को लेकर अपना आंदोलन वापस ले लिया और शुक्रवार को वे काम पर लौट आए।
गुप्ता ने कहा, ‘‘चिकित्सा पेशेवरों की सुरक्षा के वास्ते एक कड़ा कानून लागू करने के लिए राज्य में जल्द ही एक चिकित्सा सुरक्षा विधेयक लाया जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पता चला है कि हड़ताली चिकित्सकों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है और काम पर लौटने का फैसला किया है। मैं झारखंड सरकार की ओर से आपको आश्वस्त करता हूं कि सरकार चिकित्सा पेशेवरों की सुरक्षा और सम्मान के लिए हर संभव कदम उठाएगी।’’
मंत्री ने कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का नाम लिए बिना बृहस्पतिवार रात सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि घटना की जितनी भी निंदा की जाए, वह कम है। गुप्ता ने कहा कि वह भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) और अन्य चिकित्सक संगठनों के प्रतिनिधियों के संपर्क में हैं और उनके साथ बैठक भी की है।