रांची, 3 जनवरी। झारखंड में जारी सियासी गहमागहमी के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गठबंधन दलों के विधायकों के सामने स्पष्ट कर दिया है कि सोशल मीडिया या अखबारों में प्रकाशित खबरों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है और वह किसी भी कीमत पर इस्तीफा देने नहीं रहे हैं।
दरअसल, आज अपराह्न मुख्यमंत्री आवास में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) सहित गठबंधन दलों के विधायकों की बैठक हुई। करीब 45 मिनट चली इस बैठक की अध्यक्षता सीएम हेमंत सोरेन ने की। सूत्रों के अनुसार बैठक में शामिल विधायकों से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्पष्ट कर दिया, ‘आप लोग (विधायक) सोशल मीडिया और अखबारों पर ध्यान न दें। मैं किसी भी कीमत पर इस्तीफा नहीं दे रहा हूं।’ इस बात की पुष्टि झामुमो सांसद महुआ मांझी ने बैठक से बाहर आकर कहा कि मुख्यमंत्री किसी भी कीमत पर इस्तीफा नहीं देने जा रहे हैं और यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
किसी भी तरह की स्थिति में वे एकजुट हैं। राज्य सरकार के खिलाफ किसी भी तरह की साजिश को सफल नहीं होंगे। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार विकास और जनहित में कार्य कर रही है और यह कार्य निरंतर जारी रहेगा 2/2 pic.twitter.com/JlaXppgzA4
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) January 3, 2024
अवैध खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की काररवाई जारी
उधर झारखंड में अवैध खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच एजेंसी ईडी द्वारा एक दर्जन से ज्यादा जगहों पर सर्च ऑपरेशन की काररवाई की जा रही है। ईडी की छापेमारी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मीडिया सलाहकार पिंटू कुमार के रांची स्थित ठिकानों, आईएएस अधिकारी और साहेबगंज के डीसी रामनिवास यादव, जो कि मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले हैं, आर्किटेक्ट विनोद कुमार, साहेबगंज के खोडानिया बंधु, पूर्व विधायक पप्पू यादव के देवघर स्थित ठिकानों पर, डीएसपी राजेंद्र दुबे के हजारीबाग समेत अन्य ठिकानों, अभय सरावगी के कोलकाता और अवधेश कुमार के ठिकानों पर जारी है।
साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध पत्थर खनन मामले में ईडी की टीम ने बुधवार की सुबह दर्जनभर ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। ये ठिकाने राजस्थान, झारखंड और पश्चिम बंगाल में हैं।