Site icon hindi.revoi.in

ICC महिला विश्व कप : जेमिमा रॉड्रिग्स के करिश्माई शतक से भारत का जबर्दस्त उलटफेर, चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया को बाहर कर तीसरी बार फाइनल में

Social Share

नवी मुंबई, 30 अक्टूबर। मध्यक्रम बल्लेबाज जेमिमा रॉड्रिग्स ने जरूरत के वक्त न सिर्फ करिश्माई शतक (नाबाद 127 रन, 134 गेंद, 14 चौके) ठोका वरन अंत तक क्रीज पर टिकते हुए कप्तान हरमनप्रीत कौर (89 रन, 88 गेंद, दो छक्के, 10 चौके) सहित अन्य बल्लेबाजों संग उनकी बहुमूल्य भागीदारियों का यह नतीजा यह हुआ कि मेजबान भारत ने गुरुवार को यहां खेले गए बड़े स्कोर वाले रोमांचक सेमीफाइनल में जबर्दस्त उलटफेर कर दिया और नौ गेंदों के शेष रहते पांच विकेट की ऐतिहासिक जीत से सात बार के चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया को बाहर का रास्ता दिखाते हुए तीसरी बार ICC महिला विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बना ली।

लिचफील्ड का शतक, पेरी संग 155 रनों की साझेदारी

डॉ. डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स अकादमी ग्राउंड पर पहले बल्लेबाजी करने उतरे गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया ने ओपनर फोबे लिचफील्ड के तूफानी शतक (119 रन, 93 गेंद, तीन छक्के, 17 चौके) व एलिस पेरी (77 रन, 88 गेंद, दो छक्के, छह चौके) संग उनकी 133 गेंदों पर 155 रनों की जबर्दस्त शतकीय भागीदारी और फिर एश्ली गार्डनर के आक्रामक पचासे (63 रन, 45 गेंद, चार छक्के, चार चौके) की मदद से 49.5 ओवरों में 338 रनों की विशाल स्कोर खड़ा किया था।

रॉड्रिग्स व हरमनप्रीत ने तीसरे विकेट पर जोड़े 167 रन

जवाबी काररवाई में इन फॉर्म स्मृति मंधाना (24 रन, 24 गेंद, एक छक्का, दो चौके) और चोटिल प्रतिका रावल के स्थान पर एकादश में शामिल शेफाली वर्मा (10 रन, पांच गेंद, दो चौके) की जल्द विदाई (2-59) के बाद ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ जेमिमा ने ऐसा मोर्चा संभाला कि कुछ पूछिए ही मत। इस 25 वर्षीय मुंबइया बल्लेबाज ने एन वक्त पर रंग में लौटीं हरनप्रीत कौर संग 156 गेंदों पर 167 रनों की शानदार साझेदारी से मुकाबले में जान फूंक दी।

जेमिमा ने दीप्ति, ऋचा व अमनजोत संग भारत को लक्ष्य तक पहुंचाया

हरमनप्रीत के लौटने के बाद भी जेमिमा नहीं थमीं। उन्होंने निचले क्रम की बल्लेबाजों – दीप्ति शर्मा (24 रन, 17 गेंद, तीन चौके), ऋचा शर्मा (26 रन, 16 गेंद, दो छक्के, दो चौके) व अमनजोत कौर (नाबाद 15 रन, आठ गेंद, दो चौके) संग क्रमशः 38, 46 व अटूट 31 रनों की भागीदारियों से मेजबानों को लक्ष्य तक पहुंचा दिया, जिन्होंने 48.3 ओवरों में पांच विकेट पर 341 रन ठोक दिए।

पारी के 49वें ओवर में सोफी मोलीनेयु की तीसरी गेंद पर अमनजोत ने जैसे ही विजयी चौका जड़ा, रॉड्रिग्स उनकी तरफ दौड़ीं और उन्हें ऊपर उठाने के बाद खुद पिच के पास लेट गईं। वहीं पैवेलियन से टीम के साथी खिलाड़ी बिजली सरीखी तेजी से दौड़ती हुई आईं और जेमिमा व अमनजोत को आगोश में ले लिया।

ऑस्ट्रेलिया की 16 विश्व कप मैचों में पहली पराजय 

सच पूछें तो भारतीय टीम ने अपने पराक्रमी प्रदर्शन से स्टेडियम में मौजूद 34,651 दर्शकों का पूरा पैसा वसूल करा दिया। इसी क्रम में ऑस्ट्रेलिया को 16 विश्व कप मैचों में पहली पराजय झेलनी पड़ी। अंतिम बार 2017 विश्व कप सेमीफाइनल में भारत ने ही उसे शिकस्त दी थी।

भारत ने रिकॉर्ड लक्ष्य हासिल कर ऑस्ट्रेलिया से चुकाया हिसाब

दिलचस्प यह रहा कि भारतीय महिलाओं ने एक दिनी क्रिकेट में रिकॉर्ड लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया और टूर्नामेंट के मौजूदा संस्करण में शक्तिशाली ऑस्ट्रेलिया का अजेय क्रम भी तोड़ दिया, जिसने आठ टीमों के राउंड रॉबिन लीग चरण में भारत सहित छह प्रतिद्वंद्वियों को शिकस्त दी थी और श्रीलंका के साथ उसका मैच बारिश से रद हो गया था। मजेदार तथ्य तो यह है कि ऑस्ट्रेलिया ने विश्व कप के इसी संस्करण के लीग चरण में भारत के ही खिलाफ गत 12 अक्टूबर को विशाखापत्तनम में रिकॉर्ड लक्ष्य (331) सफलतापूर्वक हासिल किया था और अब भारत ने उसी अंदाज में हिसाब चुकता किया।

2 नवम्बर को भारत-दक्षिण अफ्रीका टक्कर से मिलेगा नया चैम्पियन

प्रतियोगिता के 13 संस्करणों में पहले खिताब के लिए प्रयासरत भारत की, जिसे दो बार फाइनल में क्रमशः ऑस्ट्रेलिया (2005) व इंग्लैंड (2017) से मात खानी पड़ी थी, अब दो नवम्बर को इसी स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका से खिताबी भिड़ंत होगी और इससे विश्व कप में नए चैम्पियन का अभ्युदय होगा। दक्षिण अफ्रीका ने एक दिन पहले गुवाहाटी में इंग्लैंड को 125 रनों की बड़ी हार का स्वाद चकाने के साथ पहली बार फाइनल में जगह बनाई है। दिलचस्प यह है कि ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड की गैरमौजूदगी वाला यह पहला महिला विश्व कप फाइनल होगा।

मंधाना विवादित तरीके से विकेट के पीछे कैच आउट करार दी गईं

कठिन लक्ष्य के सामने भारतीय पारी की बात करें तो किम गार्थ (2-46) ने अपने पहले ही ओवर में शेफाली वर्मा को पगबाधा कर दिया जबकि टूर्नामेंट के मौजूदा संस्करण की दूसरी सर्वोच्च स्कोरर मंधाना आक्रामक अंदाज में रॉड्रिग्स संग तेज 46 रन जोड़ने के बाद 10वें ओवर में गार्थ के ही खिलाफ विवादास्पद तरीके से विकेट के पीछे कैच करार दी गईं। स्मृति का मानना था कि गेंद का उनसे कोई टच नहीं था और अम्पायर ने भी नाटआउट करार दिया। लेकिन विपक्षी कप्तान एलिसा हीला ने डीआरएस लिया और तीसरे अम्पायर ने स्निको मीटर पर हल्की से फेदर दिखने के बाद मैदानी अम्पायर को फैसला बदलने को कहा। मंधाना खुद इस फैसले से हैरान थी।

जेमिमा ने 82 के निजी स्कोर पर कठिन मौका दिया

फिलहाल इसके बाद मुकाबला जेमिमा के नाम बनकर रह गया। उन्होंने पहले कप्तान संग शतकीय भागीदारी के बीच ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण को अस्त-व्यस्त किया। हालांकि 82के निजी स्कोर पर  रॉड्रिग्स ने एक मौका दिया, जब हीली ने उनका आसमानी कैच छोड़ा। उस समय मेजबानों को 106 गेंदों पर 131 रनों की दरकार थी। एनबेल सदरलैंड (2-69) ने 36वें ओवर में कौर को लौटाकर यह भागीदारी तोड़ी तो जेमिमा ने दीप्ति, ऋचा व अंत में अमनजोत के भरपूर सहयोग के बीच भारतीय समर्थकों को खुशियों से भर दिया।

स्कोर कार्ड

इसके पूर्व ऑस्ट्रेलियाई एकादश में वापसी करने वाली कप्तान एलीसा हीली (पांच रन) को तो छठे ओवर में क्रांति गौड़ ने लौटा दिया। लेकिन लिचफील्ड व पेरी ने अगले 22 ओवरों तक जबर्दस्त बल्लेबाजी से शतकीय भागीदारी के बीच भारतीय आक्रमण को असहाय बनाकर रख दिया। अमनजोत ने 28वें ओवर में 180 के योग पर लिचफील्ड की पराक्रमी पारी का अंत किया तो पेरी के बाद सिर्फ एश्ली गार्डनर ही आक्रामक अंदाज दिखा सकीं।

ऑस्ट्रेलिया की अंतिम 8 बल्लेबाज 118 रनों की वृद्धि पर  लौटीं

पेरी ने इस क्रम में किम गार्थ (17 रन) संग सातवें विकेट के लिए 66 रनों की साझेदारी से दल को 330 के पार पहुंचाया। हालांकि श्री चरणी (2-49) व दीप्ति शर्मा (2-73) सहित अन्य गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के अंतिम आठ विकेट 118 रनों की वृद्धि पर निकाले, जो अंत में निर्णायक साबित हुआ।

Exit mobile version