श्रीनगर, 12 जून। उत्तरी कश्मीर के सोपोर में अरमापोरा के पास शनिवार की सुबह आंतकियों ने पुलिस और सीआरपीए की संयुक्त टीम पर हमला कर दिया, जिसमें दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए। उनके अलावा दो नागरिकों की भी मौत हुई है। हमले के बाद आतंकी भाग निकले, जिनकी तलाश में अभियान चलाया जा रहा है।
हमले के पीछे लश्कर का हाथ : डीजीपी दिलबाग सिंह
डीजीपी दिलबाग सिंह ने इस हमले के पीछे लश्कर का हाथ बताया है। उन्होंने हमले में चार लोगों के मारे जाने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि हमले में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए। अन्य मृतकों में दो सब्जी विक्रेता शामिल हैं। उनके अलावा तीन पुलिसकर्मियों सहित चार लोग घायल हुए हैं। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आतंकियों ने सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम पर अचानक फायरिंग शुरू कर दी। आतंकियों के हमले के बाद पूरे इलाके को घेर लिया गया है और आतंकियों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है।
पुलिस-सीआरपीएफ पर 24 घंटे में दूसरा आतंकी हमला
घाटी में पुलिस और सीआरपीएफ की नाका पार्टी पर 24 घंटे के भीतर यह दूसरा हमला था। इससे पहले शुक्रवार को शोपियां में लिटर अग्लर इलाके में तैनात पुलिस और सीआरपीएफ की नाका पार्टी को आतंकियों ने दूर से निशाना बनाकर कई राउंड फायरिंग की थी। इसके बाद आतंकी फरार हो गए। हालांकि इस हमले में किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ था।
गौरतलब है कि आतंकी संगठन लगातार सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की साजिशें रच रहे हैं। घाटी में आतंकियों की दो साजिशों को सुरक्षाबलों ने सोमवार को नाकाम किया था। श्रीनगर नगर निगम के बाहर और त्राल में प्लांट की गई आईईडी बरामद कर आतंकियों के मंसूबे को विफल करने में सफलता मिली। दोनों ही स्थानों पर सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा।