जम्मू, 29 जून। जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को जम्मू आधार शिविर से अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को रवाना किया। ‘बम-बम भोले’, ‘जय बाबा बर्फानी की’ आदि जयकारों के साथ सैकड़ों उत्साही श्रद्धालु मंगलवार को अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू के भगवती नगर स्थित आधार शिविर पहुंचे थे। श्रद्धालुओं में दो वर्षों बाद 30 जून से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा को लेकर काफी उत्साह दिखा।
अब तक 3.25 लाख तीर्थयात्री करा चुके हैं पंजीकरण
अमरनाथ यात्रा के लिए 3.25 लाख तीर्थयात्री अब तक पंजीकरण करा चुके हैं। करंट पंजीकरण भी चालू कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि तीर्थयात्रियों का आगे बढ़ना मौसम की स्थितियों पर निर्भर करेगा। मौसम के अनिश्चित हालात के बावजूद हर आयुवर्ग के तीर्थयात्रियों में काफी उत्साह है।
Flagged off the first batch of pilgrims, as they set off to Shri Amarnath Ji Cave Shrine from Jammu base camp. Prayed for the peace, prosperity and a safe spiritual journey for pilgrims. pic.twitter.com/tcJ2txh3OW
— Manoj Sinha (@manojsinha_) June 29, 2022
जम्मू शहर में तीर्थयात्रियों के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
तीर्थयात्रियों ने कहा कि भगवान शिव के प्रति उनकी अगाध श्रद्धा और सुरक्षा बलों ने उन्हें वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए प्रोत्साहित किया। कोविड महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद अमरनाथ यात्रा हो रही है। अधिकारियों ने कहा कि जम्मू शहर में 5,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के बीच आधार शिविर, रहने के स्थान और पंजीकरण और टोकन केंद्रों के आसपास बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
दो मार्गों से शुरू होगी अमरनाथ यात्रा
अमरनाथ यात्रा दो मार्गों से शुरू होगी। पहला 48 किलोमीटर लंबा पारंपरिक मार्ग दक्षिण कश्मीर के पहलगाम से शुरू होता है जबकि दूसरा मार्ग 14 किलोमीटर लंबा मार्ग मध्य कश्मीर के बालटाल से शुरू होता है। गौरतलब है कि 2019 में यात्रा को अनुच्छेद 370 के कारण बीच में रोक दिया गया था और फिर अगले दो वर्षों तक कोविड महामारी के कारण यात्रा नहीं हो सकी।